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विवाद: रामनवमी जुलूस में तलवार रखने वालों पर कार्रवाई, दिलीप घोष पर मामला दर्ज

कोलकाता: रामनवमी के अवसर पर बुधवार को हथियार के साथ जुलूस निकालने के मामले में सरकार ने सख्त रुख अपनाया है. गुरुवार को खड़गपुर टाउन थाना पुलिस ने स्वत: संज्ञान लेते हुए विधायक व प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष के खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया. श्री घोष के खिलाफ गैर जमानती धारा […]

कोलकाता: रामनवमी के अवसर पर बुधवार को हथियार के साथ जुलूस निकालने के मामले में सरकार ने सख्त रुख अपनाया है. गुरुवार को खड़गपुर टाउन थाना पुलिस ने स्वत: संज्ञान लेते हुए विधायक व प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष के खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया. श्री घोष के खिलाफ गैर जमानती धारा के तहत मामला दर्ज किया गया है. इससे उनकी गिरफ्तारी भी हो सकती है. उनके खिलाफ एक अन्य मामला भी दर्ज किया गया है, जिसमें कहा गया है कि बच्चों के हाथों में आखिर हथियार किसने दिये? बच्चे हथियार लेकर कैसे जुलूस में शामिल हुए. उधर, कुछ स्थानीय लोगों ने पुलिस में शिकायत दर्ज करा कर हथियार के साथ जुलूस निकालने पर आपत्ति जाहिर की है. उन्होंने अपनी शिकायत में कहा है कि इससे शहर का माहौल पैदा हो रहा है.
इस बीच, कोलकाता में भी हथियार के साथ जुलूस निकालनेवाले संगठनों के खिलाफ मामले दर्ज किये गये हैं. जानकारी के अनुसार, बुधवार को रामनवमी पर महानगर में 39 शोभायात्राएं निकाली गयी थीं, पोस्ता,भवानीपुर व इंटाली थाना क्षेत्रों में कथित तौर पर कई लोग हथियार के साथ शोभायात्रा में शामिल हुए थे.
पोस्ता के तारा सुंदरी पार्क, भवानीपुर के चक्रबेड़िया रोड व इंटाली के रामलीला मैदान से शोभायात्राएं निकालीं. पुलिस ने शोभायात्रा की वीडियो फुटेज के आधार पर जुलूस में शामिल कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआइआर दर्ज किया है.
क्या कहती है पुलिस: कोलकाता पुलिस के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (3) सुप्रतीम सरकार ने बताया कि किसी भी धार्मिक रैली से पहले संस्था द्वारा इसके लिए अनुमति ली जाती है और रैली में अगर किस तरह के हथियार का प्रदर्शन किया जाता है तो उस संस्था को आवेदन पत्र में उसका जिक्र करना अनिवार्य है. महानगर में रामनवमी को लेकर 39 शोभायात्रा निकाली गयी, इनमें जिस आवेदन पत्र में हथियार के साथ रैली निकालने का आवेदन किया गया था, उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई है. पोस्ता, भवानीपुर व इंटाली के आयोजनकर्ताओं ने आवेदन-पत्र में किसी प्रकार के हथियार के प्रदर्शन का जिक्र नहीं किया था. इसलिए पुलिस उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की तैयारी कर रही है.
क्या कानून सिर्फ मेरे लिएहै: दिलीप
कोलकाता. खड़गपुर पुलिस की कार्रवाई पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा : क्या यह कानून सिर्फ मेरे लिए है. क्या इससे पहले कभी हथियार लेकर कोई रैली नहीं निकली है. आखिर पहले क्यों कार्रवाई नहीं की गयी. उन्होंने कहा कि रामनवमी पर सदियों से यह शोभायात्रा निकाली जाती है, जिसमें लोग परंपरा के अनुसार गदा व तलवार लेकर चलते हैं. छोटे बच्चों के हाथ में हथियार देने को लेकर श्री घोष ने कहा कि उनके द्वारा आयोजित रैली में किसी भी बच्चे के हाथ में कोई हथियार नहीं दिया गया और न ही उन्होंने किसी बच्चे को हथियार दिया. साथ ही उन्होंने राज्य प्रशासन पर कटाक्ष करते हुए कहा कि राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति बहुत ही खराब हो गयी है. राज्य में मां-बहनों की इज्जत दावं पर है, इसलिए वह अगर अपने बचाव के लिए हथियार लेकर चलते हैं तो इसमें क्या बुराई है. अपनी अस्मत बचाने के लिए ऐसा करना गलत नहीं है.
बंगाल में नहीं चलेगा शस्त्र प्रदर्शन
आद्रा (पुरुलिया). मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि सबका साथ, सबका विकास का नारा देने वाली भाजपा धर्म के नाम पर लोगों को बांट रही है. रामनवमी अखाड़ा की आड़ में भाजपा नेता शस्त्र प्रदर्शन कर रहे हैं. माकपा और कांग्रेस साथ दे रही है. ममता गुरुवार को पुरुलिया के मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के बेलकुड़ी मैदान में सभा को संबोधित कर रही थीं. उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा राज्य में धर्म के नाम पर लोगों को बांट रही है. राज्य में हथियार लेकर रैली निकालने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी. धर्म के नाम पर राज्य को जो भी बांटने की कोशिश करेगा, उसे जनता बरदाश्त नहीं करेगी. मुख्य सचिव बासुदेव बनर्जी ने पुरुलिया में दो नये झालदा तथा मानबाजार अनुमंडल की घोषणा की. इनकी घोषणा के साथ ही पुरुलिया में कुल चार अनुमंडल हो गये. मंच से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 31 परियोजनाओं का शिलान्यास किया.
मुहर्रम जुलूस के मामले में भी क्या होगी कार्रवाई: संघ
आरएसएस के प्रांत कार्यवाह डॉ जिष्णु बसुु ने सरकार की कार्रवाई पर कहा कि यदि शस्त्र लेकर जुलूस निकालने से कानून का उल्लंघन होता है, तो यह सभी के लिए होना चाहिए. मुहर्रम में तलवार लेकर जुलूस निकाला जाता है, तो क्या कानून का उल्लंघन नहीं होता है, तब राज्य प्रशासन और पुलिस क्यों नहीं कार्रवाई करती है. सभी के लिए समान कानून होना चाहिए. केवल एक वर्ग को संतुष्ट करने के लिए इस तरह की कार्रवाई की गयी है. यह पूरी तरह से निंदनीय है.
रामनवमी के अवसर पर जुलूस निकालना कोई गलत नहीं है, लेकिन जुलूस निकालने के नाम पर बच्चों के हाथों में तलवार दे देना, हथियार लेकर जुलूस निकालना सही नहीं है. यह वास्तव में उकसाने का काम किया गया है.
प्रदीप भट्टाचार्य, कांग्रेस सांसद
रामनवमी के जुलूस के नाम पर बच्चों के हाथों में तलवार दे दिया है. पूरे राज्य में उन्माद फैलाने की कोशिश की जा रही है. कानून व्यवस्था के साथ खिलवाड़ हो रहा है. राज्य सरकार सर्वदलीय बैठक बुलाये और इस पर चर्चा करे.
डॉ सूर्यकांत मिश्रा, सचिव, माकपा
रामनवमी जुलूस में बच्चे हथियार लेकर शामिल नहीं हुए थे, बल्कि वे खिलौने लिये हुए थे. आज हथियार तो बम, बंदूक और मशीनगन होता है, जो तृणमूल के समर्थकों के पास है.
राहुल सिन्हा, वरिष्ठ भाजपा नेता.

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