समस्तीपुर : भले ही निर्वाचन आयोग ने निकाय चुनाव के लिये पूर्व से घोषित कार्यक्रम पर रोक लगाते हुए नया प्रस्तावित कार्यक्रम तैयार किया है. बावजूद इसके नगर निकाय चुनाव की तैयारियों के बीच संभावित प्रत्याशियों का जनसंपर्क अभियान जोर पकड़ने लगा है. चुनाव मैदान में उतरने वाले संभावित प्रत्याशी मतदाताओं के बीच पहुंचकर उन्हें अपने पक्ष में करने की जुगत में लग गये हैं.
इसके के लिए प्रत्याशियों ने डोर टू डोर जनसंपर्क को तरजीह देना शुरू कर दिया है. पूर्व में चुनाव कार्यक्रम की घोषणा किये जाने के कारण प्रत्याशियों ने अपने स्तर पर चुनाव की तैयारियों को प्रारंभ कर दिया था.
सोमवार को अचानक चुनाव पर रोक लगने तथा इसे कुछ आगे बढ़ाये जाने के प्रस्ताव के बाद भी प्रत्याशियों ने अपने प्रचार के तरीके को नहीं बदला है. ऐसे में शहरी इलाके का माहौल पूरी तरह से चुनावी हो चला है. पूरे दिन संभावित प्रत्याशी मतदाताओं को अपने पक्ष में करने के लिये हर तरह के हथकंडे अपना रहे हैं.
चुनाव मैदान में उतरने की तैयारी कर रही महिलाएं हर घर तक पहुंचने के बाद बड़े बुजुर्ग लोगों का आशीर्वाद मांग रही हैं. कई संभावित महिला प्रत्याशी घर -घर जाकर महिलाओं से सीधा संपर्क कर रही हैं. कई इलाकों में संभावित महिला प्रत्याशी अपने पति या परिवार के सदस्यों के साथ जनसंपर्क में लगी हैं. चुनाव मैदान में उतरने की तैयारी में जुटी कुछ महिलाएं घूंघट की ओट में भी लोगों से चुनावी चर्चा व अपने पक्ष में लोगों की गोलबंदी के प्रयास में लगी हैं.
संभावित प्रत्याशियों ने गली मोहल्ले से लेकर चौराहों तक पोस्टर व बैनर लगाने का काम शुरू कर दिया है. रामनवमी में मतदाताओं को शुभकामना देने के बहाने कई संभावित प्रत्याशियों ने पोस्टर और बैनरों से विभिन्न मोहल्लों को पाटने का काम शुरू कर दिया है. वार्ड वार चौहद्दी प्रकाशित होने के बाद नेताओं को वार्ड की भौगोलिक सीमा का भान हो गया है. इसी को ध्यान में रखते हुए अल सुबह से ही नेतागण मतदाताओं से कुशल क्षेम पूछने के साथ ही चाय पीने अथवा पिलाने का आग्रह कर रहे हैं. वहीं कुछ उम्मीदवार दावत का आयोजन कर लोगों से चुनाव को लेकर चर्चा कर रहे हैं.
इन सबके साथ ही जीत के लिए दैवीय कृपा भी सुनिश्चित करने के उद्देश्य से तीर्थ स्थलों का भ्रमण भी शुरू हो गया है. संभावित उम्मीदवार खास लोगों को अपने साथ लेकर तीर्थस्थल जा रहे हैं. समर्थकों के साथ देवघर, मां वैष्णो देवी, रजरप्पा मंदिर आदि जगहों पर मत्था टेकने पहुंच रहे हैं.