पुलिस और आबकारी विभाग के आंखों के सामने ही चल रहे इस अवैध कारोबार से स्थानीय निवासियों में क्षोभ है. उनका आरोप है कि ढाबों में गैर कानूनी शराब की बिक्री का काम काफी दिनों से चल रहा है. हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया है कि राष्ट्रीय सड़कों और राज्य सड़कों के 500 मीटर के दायरे में शराब की खरीद-बिक्री नहीं हो सकती. लेकिन कुछ व्यवसायी कोर्ट के निर्देश की अनदेखी करते हुए अवैध शराब का कारोबार चला रहे हैं.
इस बारे में पूछे जाने पर इंगलिश बाजार थाने के आइसी पूर्णेन्दु कुंडू ने आश्चर्य जताया. उन्होंने कहा कि किसी सूरत में गैरकानूनी शराब का काम चलने नहीं दिया जायेगा. हालांकि इस संबंध में कोई शिकायत अभी तक उन्हें नहीं मिली है. इसके बावजूद रवींद्र भवन इलाके में पुलिस ने लगातार अभियान चलाना शुरू किया है. ढाबों पर भी नजर रखी जा रही है.
रवींद्र भवन इलाका इंगलिश बाजार नगरपालिका के दो और तीन नंबर वार्ड से लगा हुआ है. एक तरफ राष्ट्रीय राजमार्ग है और उसी के साथ-साथ रेलवे लाइन भी है. यही पर गौड़ बंग विश्वविद्यालय और कई सरकारी व प्राइवेट स्कूल भी हैं. इसके अलावा यहां कई नर्सिंग होम भी हैं. इलाके के लोगों का आरोप है कि एनएच-34 की किनारे की सरकारी जमीन दखल करके चटाई, टाली, टीन आदि से सुंदर-सुंदर ढाबे बना लिये गये हैं. रात होते ही इन ढाबों में शराब की बिक्री शुरू हो जाती है. देर रात तक इन ढाबों में मदिरा प्रेमी जाम छलकाते हैं. पुलिस प्रशासन सबकुछ जानते-बुझते हुए भी आंखें बंद किये हुए है.
स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि इसकी वजह से आम लोगों को काफी परेशानी हो रही है. रात-विरात लड़कियों को इधर-उधर आना-जाना मुश्किल हो गया है. आये दिन शराबियों के तांडव की घटनाएं होती रहती हैं. लोगों की मांग है कि पुलिस और आबकारी विभाग तुरंत ही इस बारे में कदम उठायें.
इधर, आबकारी विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि अवैध शराब की बिक्री बरदाश्त नहीं की जायेगी. सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार मालदा में राष्ट्रीय और राज्य सड़कों के 500 मीटर के दायरे में स्थित 61 दुकानों को बंद कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि रवींद्र भवन इलाके में अवैध शराब बिक्री के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है.