बालूरघाट. उत्तर बंगाल से फिर एक बार करोड़ों रुपये का सांप का विष बरामद किया गया. बीएसएफ की 199वीं बटालियन ने दक्षिण दिनाजपुर जिले के भारत-बांग्लादेश सीमांत हिली स्थित भीमपुर इलाके से विष का जार बरामद किया. बीएसएफ का अनुमान है कि बांग्लादेश से भारत होते हुए यह विष चीन पहुंचाया जाना था. विष की इतनी बड़ी बरामदगी होने के बाद वन विभाग मामले की जांच में जुट गया है. बरामद विष का अंतराष्ट्रीय बाजार मूल्य छह करोड़ रूपये आंका जा रहा है. इसके पहले सिलीगुड़ी में करोड़ों रुपये मूल्य का सांप का विष बरामद हो चुका है. इस मामले में दो शिक्षक भी तस्करी के आरोप में गिरफ्तार हुए हैं.
बीएसएफ सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, गुप्त सूचना के आधार पर एक अभियान चलाकर विष बरामद किया गया. रविवार रात बीएसएफ के जवानों ने अवैध रूप से भारत की सीमा में प्रवेश कर रहे बांग्लादेशी नागरिकों का पीछा किया. अंधकार का फायदा उठाकर बांग्लादेशी ओझल हो गये. तलाशी के दौरान बीओपी के 291/1 नंबर पिलर के पास विष का एक जार बरामद हुआ. विष से भरा जार वन विभाग को सौंप दिया गया है. जार पर खुदे चिन्ह के अनुसार यह विष कोबरा का बताया जा रहा है.
199वीं बटालियन के कमांडेंट बलवंत सिंह ने गुप्त सूचना के आधार पर एक अभियान चलाकर यह विष बरामद किया गया है. विष से भरे इस जार को लेकर कई बांग्लादेशी भारत में अवैध प्रवेश की कोशिश कर रहे थे. बीएसएफ ने सांप का विष वन विभाग को सौंप दिया है. दूसरी तरफ इस अवैध कारबार के साथ जुड़े गिरोह का पता लगाया जा रहा है.
बालूरघाट वन विभाग के रेंजर अब्दुर रज्जाक ने बताया कि हर बार सांप का विष बांग्लादेश से ही तस्करी किया जाता है. भारत के रास्ते चीन व अन्य देशों में भेजा जाता है. इस काम में जिले के अपराध जगत से जुड़े कुछ लोग भी शामिल हैं. बीएसएफ के साथ मिलकर जांच को आगे बढ़ाया जायेगा.