अनदेखी. अग्निशमन विभाग में कर्मचारियों की है किल्लत
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दमकल चार, ड्राइवर एक
अनदेखी. अग्निशमन विभाग में कर्मचारियों की है किल्लत जिले के 129 पंचायतों की आग से सुरक्षा के लिए मात्र सात दमकल गाड़ी है. इतना ही नहीं जिला मुख्यालय में चार अग्निशमन वाहन तो हैं, लेकिन ड्राइवर एक है. खगड़िया : आग लगने पर अग्निशमन विभाग की याद आती है, लेकिन खगड़िया अग्निशमन विभाग खुद बीमार […]
जिले के 129 पंचायतों की आग से सुरक्षा के लिए मात्र सात दमकल गाड़ी है. इतना ही नहीं जिला मुख्यालय में चार अग्निशमन वाहन तो हैं, लेकिन ड्राइवर एक है.
खगड़िया : आग लगने पर अग्निशमन विभाग की याद आती है, लेकिन खगड़िया अग्निशमन विभाग खुद बीमार होकर कराह रहा है. स्थिति यह है कि जिले के 129 पंचायतों की आग से सुरक्षा के लिए मात्र सात दमकल गाड़ी है. इतना ही नहीं जिला मुख्यालय में चार अग्निशमन वाहन तो हैं, लेकिन ड्राइवर एक है. स्थिति यह है कि अधिकांश आग लगने की घटना बाद अग्निशमन वाहन के पहुंचने के पहले ही या तो सब कुछ स्वाहा हो जाता है या फिर खुद के भरोसे आग पर काबू पाया जाता है.
इसके अलावा 10 बल के विरूद्ध मात्र छह लोगों से कार्य लिया जा रहा है. स्थानीय कृषि बाजार समिति स्थित जर्जर भवन में अग्निशमन दस्ता रहने को विवश हैं. बीते दो वर्षों से अग्निशमन कार्यालय का सरकारी टेलिफोन खराब है. अग्निशमन पदाधिकारी श्रवण रविदास बताते हैं कि कई बार जिला प्रशासन से लेकर दूरसंचार विभाग को लिखित सूचना देने के बाद भी स्थिति जस की तस बनी हुई है. हालांकि उन्होंने सीमित संसाधन में आग से बचाने के लिए हर संभव कदम उठाने का दावा किया है.
जागरूकता से रुक सकती आग लगने की घटना : गरमी व अगलगी की घटना से बचाव के लिए जिले के छोटे बड़े संस्थान संचालकों को निजी सुरक्षा के लिए अग्नि समन यंत्र लगाने को लेकर जागरूक करने की जरूरत है. हालांकि छोटे बड़े क्लीनिक, होटल, बहुमंजिली इमारत, आवासीय भवन,क्षैक्षनिक संस्थान के संचालकों को यंत्र की खरीदारी कर सुरक्षा के लिए विभाग द्वारा जागरूक किया जा रहा है. अगलगी से सुरक्षा के लिए आमलोगों को जागरूक करने की आवश्यकता है.
नये कार्यालय भवन के निर्माण से परेशानी होगी दूर : मुख्यालय स्थित पुलिस केंद्र के समीप लगभग साढ़े तीन करोड़ की लागत से बनायी जा रही अग्निशमन कार्यालय का निर्माण पूरा होने के बाद जिलेवासियों को अगलगी की घटना पर काबू पाने में आसानी होने की उम्मीद है.
पानी की किल्लत : सदर मुख्यालय तथा गोगरी अनुमंडल के अग्निशमन वाहनों की पानी खत्म होने के बाद पानी के लिए वाहनों को दर-दर भटकना पड़ता है. हालांकि कृषि बाजार स्थित कार्यालय परिसर में एक समर-सेबूल पंप नाकाफी साबित हो रहे हैं. नतीजतन, पानी के लिए कभी पीएचइडी विभाग, सुधा डेयरी तथा किसी ईंट भट्टे का सहारा लेना पड़ता है. रही सही कसर सड़क पर जाम पूरी कर दे रही है.
कहते हैं अग्निशमन पदाधिकारी
अग्निशमन पदाधिकारी श्रवण रविदास ने बताया कि कम संसाधनों के बावजूद जिले को आग से सुरक्षित रखने की हर संभव कोशिश की जा रही है. गृहरक्षकों की हड़ताल से अग्निशमन विभाग प्रभावित हुआ है. गृहरक्षक से ही दो वाहन के चालक का कार्य लिया जा रहा था. ड्राइवर तथा पुलिस बल की मांग के लिए जिला प्रशासन को सूचना दी गयी है. टेलिफोन खराब रहने की सूचना जिला को कई बार दिया गया, लेकिन अबतक टेलीफोन ठीक नहीं हो पाया है. इसके कारण आम लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने आम लोगों से आग लगने की घटना की सूचना सरकारी मोबाइल 7485805868 व 7485805869 पर देने का अनुरोध किया है.
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