बिहारशरीफ : हाथी पांव (फाइलेरिया) रोग से बचाव के लिए गुरुवार से जिले में लोगों को दवा खिलाने का काम शुरू हो गया. यह कार्यक्रम पहली अप्रैल तक चलेगा. फाइलेरिया से बचाव के लिए दो साल से उपर आयु वालों को दवा खाने के लिए दी जा रही है. दो साल से नीचे उम्र के लोगों को इसकी दवा नहीं दी जा रही है. तीन दिवसीय अभियान के तहत जिले के दो साल से अधिक उम्र वाले लोगों को डीइसी व अल्बेंडाजोल की दवाइयां खाने के लिए दी जायेगी.
जिला मलेरिया सह फाइलेरिया पदाधिकारी डॉ रमेश कुमार सिन्हा ने बताया कि दवा खिलाने में लगे कर्मियों को हिदायत दी गयी है कि दो साल से कम उम्र वाले बच्चों व गंभीर रूप से बीमार लोगों को हरगिज इसकी दवा खाने के लिए नहीं दी जाय. साथ ही लोगों को खाने के बाद ही इस दवा खाने के लिए देने को कहा गया है.उक्त दोनों प्रकार की दवाइयां विभाग की ओर से लोगों को नि:शुल्क उपलब्ध करायी जा रही है.फाइलेरिया से बचाव के लिए घर -घर तक लोगों को जिले की आशा कार्यकर्ता जुटी हैं.इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए विभाग की ओर से पहले ही जिले की आशा कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण दिया जा चुका है
.डीएमओ डॉ.कुमार ने बताया कि यह दवा बहुत ही उपयोगी है.लोग इस कार्यक्रम को सफल बनाने में सहयोग दें.यह दवा खाकर लोग हाथी पांव (फाइलेरिया)रोग से सुरक्षित हों.अभियान पर जिलास्तर पर के अधिकारी इस पर अपनी पैनी नजर रख रहे हैं.लोगों को किसी तरह की दिक्कत नहीं हो इसके लिए पीएचसी स्तर पर रिस्पांस टीमें गठित हैं.किसी क्षेत्र में किसी तरह की दिक्कत होने की सूचना मिलने पर वहां पर रिस्पांस टीम को भेजने का निर्देश संबंधित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को दिया गया है. ताकि जरूरत के अनुसार संबंधित लोगों को चिकित्सा सेवा उपलब्ध करायी जा सके.