वरीय संवाददाता, धनबाद
पूर्व डिप्टी मेयर समेत चार लोगों की हत्या में आठ दिनों के पुलिस अनुसंधान में सिंह मेंशन पर शिकंजा कसता जा रहा है. पुलिस अभी तक के अनुसंधान के दौरान दो दर्जन लोगों को पूछताछ कर रही है. झारखंड, बिहार व यूपी में छापामारी की जा चुकी है. पूछताछ व तलाश किये जाने वाले युवकों के साथ हिरासत में लिये गये तीनों भी विधायक व सिंह मैंशन के करीबी हैं. पूर्व मंत्री बच्चा सिंह, डिप्टी मेयर एकलव्य सिंह व हत्याकांड के प्रत्यक्षदर्शी गवाह आदित्य राज भी विधायक व उनके लोगों पर हत्या का आरोप लगा रहे हैं. एफआइआर के बाद वादी व गवाहों के बयान में भी इसकी पुष्टि करायी गयी है.
पुलिस धनजी सिंह, पिंटू सिंह व संजय सिंह से पूछताछ कर रही है. तीनों को जीटी रोड के थाने में रखा गया है. डीआइजी, एसएसपी भी तीनों से खुद कई राउंड पूछताछ कर चुके हैं. पुलिस अफसरों का दावा है कि हत्याकांड के अनुसंधान में तीनों से मिली जानकारी अहम कड़ी है. संजय को पुलिस ने कथित शूटर व शूटरों को मकान किराया देने में गारंटर बनने वाला मुन्ना की पहचान करायी गयी है.
हालांकि तीनों हत्याकांड में अपनी-अपनी परोक्ष व प्रत्यक्ष संलिप्ता से इनकार कर रहे हैं. गया व महंथ को पूछताछ के बाद पुलिस सोमवार को ही छोड़ चुकी है. तीनों को पुलिस नीरज हत्याकांड मे संदेही बता जेल भेजने की तैयारी में हैं. कुसुम बिहार स्थित अहलाद राय के घर पर जहां चारों शूटर ठहरे थे वहां पुलिस बल की तैनाती है. घर पर आने-जाने वालों पर पुलिस नजर रखे हुए हैं.
पुलिस को अंदेशा है कि शूटर सामान लेने आ सकते हैं. घटना से वृद्ध अहलाद राय व उनकी पत्नी काफी व्यथित है. दंपत्ति का कहना है कि उन्होंने मुन्ना के झांसे में आकर मकान किराया पर दे दिया था. छह हजार एडवांस दिया और 21 मार्च को फिर छह हजार रुपये देने की बात कही थी. चारों किरायेदार 21 मार्च से ही लापता हो गये. चारों से मिलने एक बाइक सवार युवक आता था. मिलने वाला युवक हैलमेट पहनकर आता था. घर से निकलते समय चारों हैलमेट पहन लेते थे. घर के अंदर कभी गृहस्वामी दंपत्ति को नहीं आने देते. गेट पर एक युवक खड़ा होकर बात कर लेता था. खुद को मेडिकल रिप्रजेंटिटव बताकर सभी ने घर किराये पर लिया था.