अभिनेत्री कंगना रनौत पिछले काफी समय से कोई भी फिल्म साइन करने के बाद निर्देशक के सामने शर्त रखने लगती हैं. कुछ ऐसा ही केतन मेहता की आगामी फिल्म ‘रानी लक्ष्मीबाई’ के साथ हुआ जिसमें कंगना मुख्य भूमिका निभा रही हैं. कहा जा रहा है कि कंगना की शर्तों से परेशान होकर केतन मेहता ने खुद को इस फिल्म से अलग कर लिया है. कंगना फिलहाल हंसल मेहता की आगामी फिल्म ‘सिमरन’ को लेकर व्यस्त हैं.
‘सिमरन’ की शूटिंग खत्म होने के तुरंत बाद कंगना ‘रानी लक्ष्मीबाई’ की शूटिंग शुरू करनेवाली थी. लेकिन कंगना की शर्तों और रोक-टोक से परेशान होकर इस फिल्म के निर्देशक ने खुद को इस फिल्म से पूरी तरह से अलग कर लिया है. खबरों के अनुसार कंगना फिल्म ‘रानी लक्ष्मीबाई’ को केतन के साथ मिलकर निर्देशित करना चाहती थीं लेकिन केतन को कंगना की यह दखलअंदाजी बिल्कुल मंजूर नहीं थी.
बताया जा रहा है कि कंगना फिल्म के शुरू होने से पहले ही केतन के पास बार-बार अपनी नयी शर्तों के साथ आ जाती थी जिसमें केतन की बिल्कुल भी सहमति नहीं होती थी. दरअसल कंगना ‘रानी लक्ष्मीबाई’ से जुडे किरदार ‘मणिकर्णिका’ पर फिल्म बनाना चाहती थी. कंगना ने केतन के सामने शर्त रखी कि फिल्म की स्क्रिप्ट में उनका भी योगदान होगा जिसे केतन ने मान लिया था लेकिन जैसे ही उन्होंने स्क्रिप्ट पर काम करना शुरू किया कंगना ने उनके सामने नयी शर्त रख दी कि वह फिल्म को को-डायरेक्ट भी करेंगी.
कंगना ने ऐसी शर्तों से परेशान होकर केतन ने फिल्म ही छोड़ दी. अब कहा जा रहा है कि फिल्म का निर्देशन अक्षय कुमार की फिल्म ‘गब्बर इज बैक’ के निर्देशक कृष निर्देशित करेंगे. वहीं फिल्म का टाइटल ‘रानी लक्ष्मीबाई’ की जगह ‘रानी ऑफ झांसी’ होगा. फिल्म की कहानी ‘बाहुबली’ के लेखक के वी प्रसाद ने लिखी है. ‘क्वीन’ की सफलता के बाद कंगना अपनी फिल्मों में कुछ ज्यादा ही दखलअंदाजी करने लगी हैं.
इससे पहले भी कंगना ने विशाल भारद्वाज की फिल्म ‘रंगून’ के दौरान अपनी बेकार की शर्तों को लेकर फिल्म की पूरी टीम को परेशान किया था. बाद में ‘रंगून’ का क्या हश्र हुआ यह तो सब जानते ही हैं.