मेदिनीनगर : सरकार का लक्ष्य सभी टोले व गांवों तक बिजली पहुंचाने का है. इसके लिए विभागीय पदाधिकारियों को सक्रियता के साथ काम करने को कहा गया है. गांव तक बिजली कैसे पहुंचेगी, यह तो एक अलग मामला है. लेकिन एक मामला ऐसा भी है, जिसे जानने के बाद यह सवाल उठना स्वाभाविक है कि स्थिति यह रही तो आखिर कैसे गांवों तक पहुंचेगी बिजली? क्योंकि सरकारी कार्यालय में बिजली का कनेक्शन हो, इसके लिए पिछले छह माह से प्रयास चल रहा है. लेकिन अभी तक कार्यालय में कनेक्शन नहीं हुआ है.
मामला पलामू के पड़वा प्रखंड कार्यालय से जुड़ा हुआ है. प्रखंड कार्यालय में बिजली नहीं है. कनेक्शन के लिए सितंबर माह में आवेदन दिया गया था. आवेदन के बाद बिजली विभाग के कहने पर प्रखंड कार्यालय ने राशि जमा कर दिया था. जिसके बाद विभाग ने कनेक्शन के लिए रसीद निर्गत किया था. रसीद कटाये हुए छह माह हो गये, पर पड़वा प्रखंड कार्यालय में बिजली का कनेक्शन नहीं हुआ.
बीडीअो सुरेंद्र कुमार की माने तो रसीद कटने के बाद कई बार विभाग के पदाधिकारियों से बात की गयी, लेकिन अभी तक अपेक्षित परिणाम सामने नहीं आया. प्रखंड कार्यालय में बिजली नहीं रहने के कारण कई कार्य प्रभावित हो रहा है. बीडीओ कहते हैं परेशानी है पर किया क्या जाये.
कनेक्शन तो बिजली विभाग को ही देना है. ऐसे में यह सवाल उठना स्वाभाविक है कि जब एनएच-75 के बगल में स्थित पड़वा प्रखंड कार्यालय में बिजली पहुंचाने के मामले में विभाग का रवैया यह है, तो इससे यह अनुमान लगाया जा सकता है कि गांवों में बिजली पहुंचाने का लक्ष्य आखिर कैसे पूरा होगा