मुसाबनी : मुसाबनी माइंस इंप्लाइज यूनियन का एक प्रतिनिधि मंडल डिप्टी प्रेसिडेंट शेख हुसैन के नेतृत्व में सोमवार को आइसीसी प्रबंधन से मऊभंडार जीएम कार्यालय में मिला. इस दौरान हुई वार्ता में आइसीसी प्रबंधन की ओर से इकाई प्रमुख संजय सिंह, एजीएम एचआर केपी बिसोई, यूनियन के संयुक्त सचिव राजेंद्र प्रसाद सिंह, उपाध्यक्ष गणेश जाना,
शिबू गुरुंग, पीटर दास ने भाग लिया. यूनियन ने 19 जनवरी 17 से केंद्र सरकार की ओर से निर्धारित न्यूनतम मजदूरी भुगतान करने, आइआरएल के कर्मियों की बहाली पत्र में अंतिम कार्य दिवस 31 मार्च उल्लेखित है, ऐसे में एक अप्रैल से सुरदा खदान व प्लांट में कार्यरत कर्मियों के रोजगार का क्या होगा, इसे लेकर चर्चा हुई. इसकी जानकारी देते हुए राजेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि आइसीसी प्रबंधन के साथ बैठक में सकारात्मक पहल हुई है. प्रबंधन ने कहा कि आइआरएल में न्यूनतम मजदूरी में बढ़ोतरी के संबंध में अनुरोध पत्र दिया है और एचसीएल प्रबंधन इस संबंध में मदद करने को तैयार है, ताकि आइआरएल के संचालन में सुगमता हो. एक अप्रैल से कंपनी बंद होने की बात अफवाह है.
इस पर ध्यान नहीं देकर सुरदा खदान में उत्पादन बढ़ोतरी पर ध्यान देने की जरूरत है. प्रबंधन ने कहा कि आइआरएल को आर्थिक मजबूती के लिए आइसीएमपीएल के काम में तेजी लाना होगा. इससे कंपनी को आर्थिक सहयोग मिलेगा. संविदा विस्तार व आगे कंपनी के संचालन के अड़चन को दूर करने का रास्ता दो-तीन दिनों में निकलने की उम्मीद है. प्रबंधन ने वार्ता में सकारात्मक संकेत देते हुए मजदूरों से धैर्य बनाये रखने की बात कही है. वार्ता के बाद मान्यता प्राप्त यूनियन ने मामले के जल्द समाधान की उम्मीद जतायी है.