पटना : बीएसएससी पेपर लीक मामले में एसआइटी की पूछताछ में अनंतप्रीत सिंह बरार ने बड़ा खुलासा किया है. बरार ने एसआइटी को बताया कि बीएसएससी में ओएमआर शीट की प्रिंटिंग के लिए कोई एग्रीमेंट नहीं हुआ था. सुधीर कुमार से मौखिक बात हुई थी, कुछ एडवांस पेमेंट हुए थे और फिर काम शुरू कर दिया गया. इस खुलासे ने बीएसएससी में टेंडर व एग्रीमेंट प्रक्रिया पर सवाल खड़े कर दिये हैं.
जानकारों की मानें तो अध्यक्ष को यह पावर होता है कि वह बिना टेंडर निकाले गोपनीय तरीके से किसी कंपनी से एग्रीमेंट करके ओएमआर की प्रिंटिंग करा ले. लेकिन मामला पूरी तरह उलट है. एग्रीमेंट भी नहीं किया गया और ओएमआर का काम चेहते ठेकेदार अनंतप्रीत सिंह बरार को दे दिया गया. अब एसआइटी इस बात की जांच कर रही है कि सुधीर कुमार ने ऐसा क्यों किया. क्या इसमें कमीशन का खेल हुआ है या फिर कुछ और बात है. इस संबंध में सुधीर कुमार से भी पूछताछ हो सकती है.
बीएसएससी में पिछले कई सालों से ले रहा था ओएमआर का काम
बीएसएससी में बरार की जबरदस्त पैठ है. वह पिछले कई सालों से ओएमआर का काम ले रहा था. इसके अलावा बिहार की कौन-कौन सी परीक्षा में उसने काम लिया था, इसके संबंध में एसआइटी पूछताछ करेगी. सूत्रों की मानें तो इसमें बिहार से अभी करीब एक दर्जन लोगों के नाम सामने आयेंगे जो इस खेल में शामिल रहे हैं.
एसआइटी ने कोर्ट को फिर सौंपा 300 पेज की केस डायरी
बीएसएससी मामले में एसआइटी ने शनिवार को केस डायरी की दूसरी किस्त भी जमा कर दी. कोर्ट ने केस डायरी मांगी थी. इस बार केस डायरी करीब 300 पेज की जमा की गयी है. अभी और केस डायरी लिखी जा रही है. एसआइटी सूत्रों का कहना है कि पहली बार इतनी लंबी केस डायरी बनी है. इस केस में एसआइटी के पास काफी दस्तावेज हैं, इसमें सबसे ज्यादा इलेक्ट्रानिक दस्तावेज हैं. एफएसएल रिपोर्ट भी कई पेज में है. सबकुछ कोर्ट में चार्जशीट के साथ पेश की जायेगी.
कल मिल सकता है बरार का रिमांड
एसआइटी ने अनंतप्रीत सिंह बरार को रिमांड पर लेने के लिए कोर्ट में अर्जी दे दी . सोमवार को कोर्ट से रिमांड का आदेश मिल सकता है. इस बार फिर से एसआइटी पूछताछ करेगी. एसआइटी ने जब उसे ट्रांजिट रिमांड पर दिल्ली से पटना लाया तो उसने थकान और बीमारी का बहाना बनाया. इससे कई बार पूछताछ के प्रयास के बाद भी एसआइटी के हाथ कुछ नहीं लगा.
दूसरे स्टेट की प्रतियोगी परीक्षा में बरार के धांधली की जानकारी केस डायरी में दी जायेगी
बिहार के अलावा दिल्ली, पंजाब, हरियाणा में बरार के किसी प्रकार की धाधंली करने का आरोप सामने आता है तो एसआइटी इसकी जानकारी केस डायरी में कोर्ट को देगी. एसएसपी मनु महाराज ने यह साफ किया है कि एसआइटी का गठन बीएसएससी परीक्षा के पपेर लीक की जांच के लिए हुई है इसलिए एसआइटी जांच कर रही है. इसके अलावा जो भी जानकारी मिलेगी वह संबंधित विभाग को कोर्ट को दी जायेगी.