नयी दिल्ली : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज कहा कि अगर उनकी पार्टी चुनाव जीतती है तो आवासीय मकानों पर लगने वाले संपत्ति कर को खत्म कर दिया जाएगा और साथ ही इस श्रेणी का बकाया कर माफ भी कर दिया जायेगा. आप के संयोजक केजरीवाल ने कहा कि भवन कर राजस्व का मुख्य श्रोत होता है इसलिए इसे व्यवसायिक भवनों पर जारी रखा जाएगा. उन्होंने कहा कि नगर निगमों में भवन कर भ्रष्टाचार का ‘‘मुख्य” स्रोत है. ‘‘आप” के निगम में सत्ता में आने पर इसे समाप्त कर दिया जाएगा. केजरीवाल की पार्टी पहली बार नगर निगम का चुनाव लड़ रही है.
उन्होंने आप के सत्तासीन होने पर तीनों नगर निगमों को वित्तीय संकट से उबारने का विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि घाटे में चल रहे निगमों को एक साल के भीतर ‘‘लाभ कमाने वाले” निकाय में तब्दील कर दिया जाएगा. सालों से उत्तरी और पूर्वी दिल्ली नगर निगम के गंभीर वित्तीय संकट से जूझने का जिक्र करते हुए केजरीवाल ने कहा कि इसका सीधा कारण निगम में व्याप्त भारी भ्रष्टाचार है.
इसका खामियाजा निगम कर्मचारियों को महीनों से लंबित वेतन और लाखों पेंशनधारकों को सालों से पेंशन नहीं मिलने के रुप में भुगतना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि आप के सत्ता में आने पर भ्रष्टाचार को खत्म कर वेतन और पेंशन का नियमित भुगतान सुनिश्चित किया जायेगा और हर महीने की 7 तारीख को कर्मचारियों के खाते में वेतन पहुंच जाएगा.
उन्होंने कहा कि आप का नगर निगम को संकट से उबारने वाली कार्ययोजना को पार्टी के घोषणापत्र के रुप में जल्द जारी किया जायेगा. दिल्ली में उत्तर, पूर्व और दक्षिण नगर निगमों के लिए 23 अप्रैल को मतदान होगा जबकि 26 अप्रैल को वोटों की गिनती होगी.