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भूमिगत आग की वजह से धनबाद-चंद्रपुरा रेल लाइन होगी डायवर्ट
धनबाद-चंद्रपुरा रेल लाइन का डायवर्सन बिना कोई उपाय नहीं है. डीजीएमएस के महानिदेशक पीके सरकार की अध्यक्षता में शुक्रवार को हुई उच्चस्तरीय बैठक में फैसला लिया गया कि डीजीएमएस डायवर्सन के लिए जल्द ही कोयला मंत्रालय की हाइ पावर कमेटी को अपना अनुशंसा पत्र भेजेगा. धनबाद : बैठक में डीजीएमएस, सीएमपीडीआइएल, आइएसएम,सिंफर के एक्सपर्ट ने […]
धनबाद-चंद्रपुरा रेल लाइन का डायवर्सन बिना कोई उपाय नहीं है. डीजीएमएस के महानिदेशक पीके सरकार की अध्यक्षता में शुक्रवार को हुई उच्चस्तरीय बैठक में फैसला लिया गया कि डीजीएमएस डायवर्सन के लिए जल्द ही कोयला मंत्रालय की हाइ पावर कमेटी को अपना अनुशंसा पत्र भेजेगा.
धनबाद : बैठक में डीजीएमएस, सीएमपीडीआइएल, आइएसएम,सिंफर के एक्सपर्ट ने अपना मंतव्य दिया कि उक्त रेल लाइन के नीचे भूमिगत आग फैल चुकी है. हिंदुस्तान में कोई ऐसी तकनीक विकसित नहीं हुई है कि इस लाइन को बिना डायवर्सन के बचाया जा सके. एक्सपर्ट की राय जानने के बाद डीजीएमएस के डीजी श्री सरकार और उपायुक्त ए दोड्डे ने एसपीसीसी को पत्र भेजने की बात कही.
13 फरवरी को हुई थी दिल्ली में बैठक : मालूम हो कि दिल्ली में 13 फरवरी को कोयला सचिव सुशील कुमार की अध्यक्षता में हाइपावर सेंट्रल कमेटी की हुई बैठक में रेल लाइन का निरीक्षण करने और डीजीएमएस के डीजी की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाकर पूरे मामले ( रेल लाइन के भूमिगत आग के बारे में अद्यतन जानकारी संबधी) की रिपोर्ट भेजने का निर्देश दिया गया था. इसी आलोक में निरीक्षण भी हुआ था. इससे पहले इस रेल लाइन पर उत्पन्न खतरा को लेकर जेआरडीए ने रेल मंत्रालय की एजेंसी राइट्स से भी सर्वे कराया था. राइट्स ने भी अपनी रिपोर्ट में उस रेल लाइन के नीचे खतरा होने की बात कही थी.
जल्द डायवर्सन करने के लिए जोर दें : उपायुक्त
उपायुक्त ए दोड्डे ने कहा कि पहले क्या हुआ, अब इसकी चर्चा करने से कोई फायदा नहीं है, लेकिन अब रेल लाइन डायवर्सन के लिए हर तरफ से आवश्यक पहल होनी चाहिए ताकि जान माल की सुरक्षा हो सके. उन्होंने कहा कि सभी को इसके लिए अविलंब पहल करने की जरूरत है.
उन्होंने रेलवे के पदाधिकारियों से रेल लाइन का डायवर्सन होने तक सुरक्षित ढंग से रेल का परिचालन करने का आग्रह किया. बैठक में पूर्व मध्य रेलवे हाजीपुर मुख्यालय से आये मुख्य अभियंता आरके सिन्हा, सीएमए मो एहसान, रेलवे के ही अन्य पदाधिकारी, बीसीसीएल के डीटी देवल गंगोपाध्याय, इस रेल लाइन वाले क्षेत्र के बीसीसीएल के महाप्रबंधक, सिंफर के डॉ सहाय, आइएसएम आइआइटी के टीएन घोष, आरएन भट्टाचार्य, सीएमपीडीआइएल के प्रतिनिधि, जेआरडीए के मुख्य प्रबंधक सुनील दलेला सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद थे.
बैठक में रेलवे के अधिकारियों ने इसके लिए बीसीसीएल को दोषी ठहराते हुए कहा कि उनलोगों की असुरक्षित माइनिंग के कारण ही उक्त रेल लाइन के नीचे भू-धंसान होने का खतरा उत्पन्न हो गया है. इस पर बीसीसीएल के अधिकारियों ने कहा कि पहले असुरक्षित तरीके से खनन कार्य हो गया होगा, लेकिन अब वे लोग हर तरह से सहयोग करने को तैयार हैं.
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