इस मामले में कोलकाता पुलिस के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (5) सह संयुक्त आयुक्त (अपराध) विशाल गर्ग ने बताया कि बऊबाजार थाने में 16 मार्च को 69 निवेशकों ने कुल 2.53 करोड़ रुपये इस कंपनी में निवेश करने की जानकारी दी. इसके बाद रुपये उन्हें वापस नहीं देकर कंपनी गायब हो गयी. इसके बाद सभी निवेशकों ने इस कंपनी के खिलाफ लिखित शिकायत थाने में दर्ज करायी. शिकायत के बाद लालबाजार में एसआइटी का गठन किया गया है.
महानगर के किन-किन थानों में इस कंपनी के खिलाफ धोखाधड़ी की शिकायत पहले से दर्ज है. इस बारे में पता लगाया जा रहा है. इसके अलावा इस तरह की अन्य चिटफंड कंपनियों के खिलाफ केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआइ की टीम पहले से जांच कर रही है, लिहाजा अलकेमिस्ट के खिलाफ कोलकाता पुलिस जांच शुरू करने के बारे में सीबीआई को भी सूचित करेगी. वहीं लालबाजार सूत्र बताते हैं कि एसआइटी के सदस्यों ने इस कंपनी के मालिक केडी सिंह सहित कंपनी के अन्य अधिकारियों से पूछताछ के लिए नोटिस भेजने की तैयारी शुरू कर दी है.
बताया जा रहा है कि महानगर के पर्णश्री, मोचीपाड़ा, बेहला समेत कई थानों में इस कंपनी के खिलाफ पहले से धोखाधड़ी के मामले दर्ज हैं. सभी मामलों को एसआइटी के हवाले कर दिया जायेगा. ज्ञात हो कि बाजार से तकरीबन एक हजार करोड़ रुपये निवेशकों के उठा कर मार्केट से फरार होने का अारोप केडी सिंह की कंपनी अलकेमिस्ट पर लगा है. पुलिस इसकी जांच कर रही है.