पटना एसटीएफ के हत्थे चढ़ने के बाद पूछताछ में दिया था बयान
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मास्टरमाइंड मुन्ना के स्वीकारोक्ति बयान से उलझी पुलिस
पटना एसटीएफ के हत्थे चढ़ने के बाद पूछताछ में दिया था बयान बयान में हवलदार के सहारे सेना में पैठ बनाने की बात स्वीकारी कर्नल गोधारा की पत्नी को धमकी देने के केस में फंसाये जाने की बात भी कही मुजफ्फरपुर : बीएसएससी, सेना सहित अन्य विभागों में बहाली के लिए फर्जीवाड़ा करनेवाले मुन्ना सिंह […]
बयान में हवलदार के सहारे सेना
में पैठ बनाने की बात स्वीकारी
कर्नल गोधारा की पत्नी को धमकी देने के केस में फंसाये जाने की
बात भी कही
मुजफ्फरपुर : बीएसएससी, सेना सहित अन्य विभागों में बहाली के लिए फर्जीवाड़ा करनेवाले मुन्ना सिंह के स्वीकारोक्ति बयान ने काजीमुहम्मदपुर पुलिस को उलझन में डाल दिया है. पटना एसटीएफ के हत्थे चढ़ने के बाद शातिर मुन्ना ने अपने स्वीकारोक्ति बयान में कई खुलासे किये थे. इसमें कर्नल गोधारा की पत्नी को फोन पर धमकी देने के मामले में भी केस होने की बात सहित एक हवलदार के सहारे सेना अधिकारियों के बीच पैठ बनाने का खुलासा किया था.
कर्नल गोधारा की पत्नी को धमकी दिये जाने के मामले में नामजद नहीं होने के बाद भी उक्त मामले में उसकी सफाई ने ही पुलिस को उलझन में डाल दिया है. पटना पुलिस से प्राप्त उसके स्वीकारोक्ति बयान की समीक्षा नगर डीएसपी कर रहे हैं. पुलिस को इस मामले में कार्रवाई के लिए उनके निर्देश का इंतजार है. कर्नल गोधारा ने पत्नी को धमकी देने के मामले में दर्ज कराये गये मुकदमे में किसी को नामजद नहीं किया था. पुलिसिया जांच में भी धमकी देनेवाले नंबर का जुड़ाव हाजीपुर से होने की बात सामने आयी थी. पुलिस का उलझन यह है कि जब गोधारा ने उसे नामजद ही नहीं किया तो आखिर उसने इस मामले में अपने ऊपर केस किये जाने का जिक्र मुन्ना ने क्यों किया. केस के साथ ही जांच में भी उसका नाम नहीं आने से पुलिस उसे इस मामले में न्यायिक रिमांड करने में असहाय महसूस कर रही है. पूरे मामले की समीक्षा नगर डीएसपी आशीष आनंद कर रहे हैं.
पटना पुलिस को दिये गये बयान में मुन्ना ने सेना के एक हवलदार से सांठगांठ की बात स्वीकारी थी. उक्त हवलदार के सहारे ही सेना के अधिकारियों के बीच पैठ बनाकर बहाली में फर्जीवाड़ा करने की बात भी स्वीकारी थी. सेना के उक्त हवलदार से वाट्स ऐप के जरिये बातचीत और निर्देश लेने के बाद वह उसे डिलीट कर देता था. फर्जीवाड़ा के जरिये नौकरी पाने वाले अभ्यर्थियों को भी वह वाट्स एप के जरिये ही निर्देश और जरूरी कागजात उपलब्ध कराता था.
पुलिस दबिश के बाद हुआ था फरार : इस बार हुई सेना बहाली के दौरान भी मुन्ना सिंह शहर में आया था. उसके यहां पहुंचने की सूचना पुलिस को भी मिली थी. शहर के होटल में दर्जनों अभ्यर्थी के साथ ठहरा मुन्ना सिंह पुलिस सक्रियता की जानकारी मिलते ही यहां से फरार हो गया था. यहां से फरार होने के बाद ही उसके पटना एसटीएफ के हत्थे चढ़ने की बात बतायी जाती है.
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