कोलकाता : आचार्य श्री महाश्रमण चातुर्मास प्रवास व्यवस्था समिति कोलकाता के अध्यक्ष कमल दुगड़ के नेतृत्व में समिति के पदाधिकारियों ने तृणमूल कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद सुब्रत बक्सी के साथ उनके कार्यालाय में विशेष मुलाकात की. महामंत्री सूरज बरड़िया ने मीटिंग का शुभारम्भ किया. उन्होंने आचार्यश्री महाश्रमणजी के 2017 के कोलकाता चातुर्मास के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि आचार्य 13 मई को तुमोनी में बंगाल की धरा में प्रवेश करेंगे.
वे 40,000 किमी की पदयात्रा करते हुए अपनी धवल सेना के साथ लाखों लोगों को नैतिकता का संदेश देते हुए प्रथम बार कोलकाता पधार रहे रहे हैं. दो जून को आचार्य प्रवर का कोलकाता के क्षेत्र में पदार्पण होगा. 18 जून को नेताजी इंडोर स्टेडियम में नागरिक अभिनंदन का वृहद कार्यक्रम होगा. दो जुलाई को आचार्य महाप्रज्ञ महाश्रमण एजुकेशन रिसर्च इंस्टीट्यूट का उदघाटन आचार्य व आचार्यश्री महाश्रमणजी का चातुर्मासिक प्रेवश राजारहाट न्यूटाउन महाश्रमण विहार में होगा.
राज्य की मुख्यमंत्री इन दोनों ही महत्वपूर्ण कार्यक्रमों में उपस्थित रहें, तो एक नैतिक राष्ट्र के निर्माण में प्रयत्नरत महातपस्वी आचार्यश्री का पदार्पण सार्थक बनेगा. मुख्मयंत्री मां, माटी, मानुष के लिए तन-मन-धन से समर्पित होकर कार्य रह रही हैं. हमारे गुरु भी सद् भावना, नैतिकता व व्यसनमुक्ति का संदेश देते हुए अंहिसा का उदबोधन दे रहे हैं. वास्तव में दो महान व्यक्तियों के संयोग से बंगाल में नैतिक राज्य के निर्माण की शुरुआत होगी. अध्यक्ष कमल दुगड़ ने कहा कि भाव भाषा,
रहन-सहन से इनके व्यक्तित्व में महानता का दिग्दर्शन होता है. उन्होंने निवेदन किया कि आचार्य प्रवर के प्रवास के समय हजारों व्यक्ति प्रतिदिन कोलकाता के विभिन्न क्षेत्रों से दर्शनार्थ आयेंगे. प्रशासन के माध्यम से यातायात व्यवस्था के अंतर्गत कई क्षेत्रों से अगर बसें प्रारम्भ हों, तो सेवार्थियों को बहुत सुविधा रहेगी. वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुरेंद्र बोरड ने कहा कि मंत्री महोदय का हमेशा साथ मिला है और आपके सहयोग से संस्था के महत्वपूर्ण कार्य पूर्णता की ओर है. उन्होंने आश्वासन दिया कि अगर सुविधा हुई,
तो मैं आचार्यवर की सेवा में आप सभी के साथ सम्मिलित रहूंगा. समिति की तरफ से आवास व्यवस्था संयोजक भंवरलाल बैद ने शॉल ओढ़ाकर मंत्री महोदय का अभिनंदन किया. अध्यक्ष कमल दुगड़ ने प्रतीक चिन्ह व पुष्पगुच्छ भेंट किया. संपतमल बच्छावत, प्रमोद दुगड़, खेमचंद रामपुरिया, कमल ललवानी, नरेंद्र बरड़िया, जसकरण बच्छावत, नवरतन बोथरा, हेमंत दुगड़, महावीर दुगड़, विजय बावलिया, अभय दुगड़, नरेंद्र मणोत, मनोज दुगड़ सहित समाज के कई विशिष्ट पदाधिकारी व कार्यकर्ता इस अवसर पर उपस्थित थे. महिलाओं में सूरज बरड़िया, आशा बोथरा, मंजू सुराणा, मंजु बरड़िया, कुसुम चिंडालिया, वीणा श्यामसुखा, सुशील कोठारी, जतन श्यामसुखा, रितु सिंघी, सोनम बागरेचा, सुमन बैद, संगीत सेखानी आदि उपस्थित थे.