लखनऊ : गोरक्षपीठाधीश्वर और कट्टर हिन्दुत्व का चेहरा माने जाने वाले सांसद आदित्यनाथ ने आज उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली. राज्यपाल राम नाईक ने केशव प्रसाद मौर्य तथा डॉक्टर दिनेश शर्मा को उपमुख्यमंत्री पद तथा 44 विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलायी. नरेन्द्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह समेत तमाम वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में राज्यपाल राम नाईक ने कांशीराम स्मृति उपवन में आयोजित भव्य समारोह में नयी सरकार के मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्रियों तथा मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलायी.
इनमें 22 कैबिनेट मंत्री, नौ राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार), 13 राज्यमंत्री शामिल हैं. मंत्रिपरिषद में राज्य मंत्री के रूप में क्रिकेटर से राजनेता बने मोहसिन रजा को भी शामिल किया गया है. जो सरकार में एक मात्र मुस्लिम चेहरा हैं.
राज्यपाल ने कैबिनेट मंत्री के रूप में सूर्य प्रताप शाही, सुरेश खन्ना, स्वामी प्रसाद मौर्य, सतीश महाना, राजेश अग्रवाल, दारा सिंह चौहान, रीता बहुगुणा जोशी, धर्मपाल सिंह ,एस पी सिंह बघेल, सत्यदेव पचौरी, रमापति शास्त्री, जय प्रताप सिंह, ओम प्रकाश राजभर, बृजेश पाठक, लक्ष्मीनारायण चौधरी, चेतन चौहान, श्रीकान्त शर्मा, राजेन्द्र प्रताप सिंह उर्फ मोती सिंह, सिद्घार्थ सिंह, मुकुट बिहारी वर्मा, आशुतोष टण्डन तथा नन्द कुमार नन्दी को शपथ दिलायी.
अनुपमा जायसवाल, सुरेश राणा, उपेन्द्र तिवारी, डाक्टर महेन्द्र सिंह, स्वतंत्रदेव सिंह, भूपेन्द्र सिंह चौधरी, धर्म सिंह सैनी, स्वाति सिंह तथा अनिल राजभर ने स्वतंत्र प्रभार के राज्यमंत्री पद की शपथ ली. इसके अलावा गुलाब देवी, मोहसिन रजा, जयप्रकाश निषाद, अर्चना पाण्डेय, जय कुमार सिंह जैकी, अतुल गर्ग, रणवेन्द्र प्रताप सिंह, नीलकंठ तिवारी, गिरीश चन्द्र यादव, बलदेव औलख, मन्नू कोरी, पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के पौत्र संदीप सिंह, सुरेश पासी को राज्यमंत्री पद की शपथ दिलायी गयी.
मंत्रिमण्डल में जातीय समीकरण साधने की कोशिश की गयी है और अगड़ी तथा पिछड़ी जातियों के बीच संतुलन बनाने का प्रयास किया गया है. इसमें मोहसिन रजा के रूप में एक मुस्लिम राज्यमंत्री को भी शामिल किया गया है. इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव, पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी, केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी, कलराज मिश्र, वेंकैया नायडू, उमा भारती, रविशंकर प्रसाद, संतोष गंगवार, अनुप्रिया पटेल, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू तथा उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत समेत अनेक वरिष्ठ नेता उपस्थित थे.
योगी आदित्यनाथ राज्य के 21वें और भाजपा के चौथे मुख्यमंत्री हैं. योगी के शपथ ग्रहण के साथ ही राज्य में भाजपा का 15 साल का सत्ता से बनवास समाप्त हो गया. मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री बनाये गये तीनों में से कोई भी विधायक नहीं है. कई बार विवादों में रहे आदित्यनाथ के पास पहले का कोई भी प्रशासनिक अनुभव नहीं है और संभवत: इसका संतुलन बिठाने के लिये ही दो उप मुख्यमंत्री बनाये गये हैं.