जमशेदपुर : बिष्टुपुर डाकघर में शुक्रवार को मंत्री सरयू राय ने खादी काउंटर का उदघाटन किया. इस काउंटर से फिलहाल स्वदेशी को बढ़ावा देने के लिए झारखंड परिमंडल के डाकघर और कस्तूरबा गांधी खादी ग्रामोद्योग संस्थान के बीच एक करार किया गया है. इसके तहत डोरंडा, जमशेदपुर, पलामू, हजारीबाग, बोकारो, धनबाद, चाईबासा, दुमका समेत 13 डाकघरों में खादी के काउंटर खोले जायेंगे.फिलहाल इसे आउटसोर्स किया जा रहा है लेकिन आगे चल कर इसे सर्विस सेंटर के हब के रूप में विकसित किया जायेगा.
मौके पर सरयू राय ने कहा कि एक समय डाक विभाग पर अस्तित्व संकट आ गया था लेकिन समय के साथ विभाग ने बदलाव किया और आज यह हर किसी की जरूरत बन गया है. इस मौके पर चीफ पोस्ट मास्टर जनरल अनिल कुमार, कस्तूरबा गांधी खादी ग्रामोद्योग संस्थान के अध्यक्ष जयनंदू, बीएसएनएल के जीएम संजीव वर्मा, वरीय डाक अधीक्षक विमल किशोर, बिष्टुपुर प्रधान डाकघर के वरिष्ठ डाकपाल आरएल सिन्हा, हरिवल्लभ सिंह आरसी, विकास सिंह, अविनाश सिंह राजा आदि उपस्थित थे.
रिश्ते कमजोर हो रहे हैं, हाथ से लिखे पत्र भेजें : अनिल
झारखंड परिमंडल के चीफ पोस्ट मास्टर जनरल अनिल कुमार ने कहा कि जमाना फेसबुक, ह्वाट्सएप अौर मोबाइल का है, लेकिन फिर भी हाथ से लिखे पत्र की महत्ता खत्म नहीं हुई है. साथ ही उन्होंने कहा कि अगर रिश्ता कमजाेर हाे रहा है, तो आप अपने हाथों से लिखा पत्र जरूर भेजें. उन्होंने कहा कि अमेरिका में एक व्यक्ति साल भर में 1100 पत्र, स्वीडेन में एक व्यक्ति प्रति वर्ष 2000 पत्र लिखता है, जबकि भारत में 9 से 10 पत्र साल भर में लोग लिख रहे हैं.
खादी के उत्पाद की बिक्री 50 फीसदी बढ़ी : जयनंदू
कस्तूरबा गांधी खादी ग्रामोद्योग संस्थान के अध्यक्ष सह झारखंड राज्य खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष जयनंदू ने खादी के विकास को लेकर सरकार द्वारा किये जा रहे पहल के बारे में जानकारी दी. साथ ही कहा कि देश में खादी के प्रति लोगों में जागरूकता आयी है. खादी के उत्पादों की बिक्री में पिछले 3 सालों में 50 फीसदी तक की वृद्धि हुई है.
मैंने भी डाकघर में डेढ़ साल तक किया काम : सरयू राय
मंत्री सरयू राय ने कहा कि डाक विभाग के साथ वे भी जुड़े रहे हैं. वर्ष 1972-73 के दौर में डाक विभाग में काम किया. उस वक्त प्रतियोगी परीक्षाअों की तैयारी करता था. तैयारी के लिए कई किताबों की जरूरत पड़ती थी. जिसको पूरा करने के लिए करीब डेढ़ वर्ष तक डाक विभाग में काम किया. श्री राय ने कहा कि एक समय आया जब लगा कि इस विभाग का अस्तित्व समाप्त हो जायेगा, लेकिन समय के साथ विभाग ने बदलाव किया और आज यह हर किसी की जरूरत बन गया है. उन्होंने खादी को बढ़ावा देने के लिए डाक विभाग के प्रयासों की सराहना की. कहा कि उत्पाद की सप्लाई पर भी ध्यान दिया जाये.