पटना : बिहार की मीडिया में चल रही खबरों के मुताबिक बिहार कर्मचारी चयन आयोग के पेपर लीक मामले में अब कई नये खुलासे सामने आये हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अब इस मामले में कुछ ऐसे लोगों के नाम आ रहे हैं जो काफी रसूखदार और पावरफुल हैं. जानकारी के मुताबिक बीएसएससी के अध्यक्ष सुधीर कुमार और पूर्व सचिव परमेश्वर राम की गिरफ्तारी के बाद इस घोटाले में ऐसे संलिप्त लोगों के नाम सामने आ रहे हैं, जो काफी पावरफुल हैं और सत्ता से नजदीकी संबंध रखते हैं. एक क्षेत्रीय चैनल द्वारा किये गये खुलासे के मुताबिक इसमें सिर्फ परमेश्वर राम और गुरुजी जैसे लोग ही नहीं बल्कि राजनीतिक हलकों से जुड़े बड़े लोग भी इसमें शामिल हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इसमें महागठबंधन और एनडीए सरकार में मंत्री और कई विधायक के साथ नौकरशाहों के भी नाम सामने आ रहे हैं.
बिहार सरकार के मंत्री शामिल
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इसमें बिहार सरकार के वर्तमान सहकारिता मंत्री आलोक मेहता और राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह के साथ विधि मंत्री कृष्णनंदन वर्मा और बीजेपी के मुजफ्फरपुर विधायक सुरेश शर्मा के साथ विभूतिपुर से जदयू के विधायक राम बालक सिंह का भी नाम सामने आ रहा है. चैनल के मुताबिक यह सारे नाम बीएसएससी पेपर लीक कांड में बतौर पैरवी करने वालों में शामिल है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यह सभी नाम विशेष जांच टीम ने जांच के दौरान सामने आया है.
बीजेपी के विधायक का भी नाम
क्षेत्रीय चैनल द्वारा किये गये खुलासे के मुताबिक विशेष जांच टीम ने परमेश्वर राम के मोबाइल को जब्त कर लिया था. उसके बाद जब परमेश्वर राम के मोबाइल को आइटी एक्सपर्ट ने खोला और तो सेलफोन से पैरवीकारों के नाम सामने आये. बताया जा रहा है कि मोबाइल से पैरवीकारों के नाम के अलावा उनके पैरवी वाले मैसेज भी सामने आये हैं, जिसमें उन्होंने अपने उम्मीदवार की पैरवी के लिए परमेश्वर राम को मैसेज किया है. एक मैसेज के मजमून के मुताबिक राजद नेता द्वारा परमेश्वर राम को कहा गया है कि आज ही दोपहर दो बजे से काउंसलिंग है, यह कैंडिडेट अपने घर के लोग हैं, इन्हें मैसेज भिजवा दीजिए. मैसेज में यह बताया गया है कि इस कैंडिडेट्स की बहाली में कोई रुकावट नहीं होनी चाहिए. मैसेज के खुलासे के बाद बिहार में राजनीतिक भूचालआना तय माना जा रहा है.