आर्थिक घोटाले को लेकर वह लोग राज्यपाल से मिलकर एक ज्ञापन सौंपने वाले थे. राज्यपाल ने उन्हें समय नहीं दिया है. मिलने के लिए कोलकाता आने के लिए कहा है. वह लोग कोलकाता जाकर राज्यपाल से मिलेंगे और गौड़ बंग विश्वविद्यालय में हुए घोटाले की जांच सीबीआई से कराने की मांग करेंगे. उससे पहले भाजपा इस घोटाले की जानकारी मालदा के आम जनता को भी देगी. विभिन्न स्थानों पर सभा का आयोजन कर आम लोगों के सामने घोटाले के प्रमाण मिल जायेंगे. श्री कुंडू ने आगे कहा कि केन्द्र सरकार इस विश्वविद्यालय को चलाने के लिए भारी रकम देती है. केन्द्र से मिले पैसे की हेराफेरी की गई है. इसके अलावा परीक्षा में भी धांधली बरती गई है. फेल छात्र-छात्राओं को पास कर दिया गया है. केजुअल कर्मचारियों की नियुक्ति में भी अनियमितता बरती गई है. बगैर टेंडर के ही लाखों रुपये के काम कराये जा रहे हैं. श्री कुंडू ने दावा करते हुए कहा कि उनके पास घोटाले के तमाम प्रमाण हैं.
वह राज्यपाल को दस्तावेजी सबूत भी देने के लिए तैयार हैं. करीब 10 साल से इस विश्वविद्यालय में स्थानीय रजिस्टार तथा परीक्षा नियंत्रक की नियुक्ति नहीं की गई है. स्थानीय कर्मचारियों की बदौलत काम-काज चलाया जा रहा है. अब सभी लोग मिलकर करोड़ों रुपये की लूट कर रहे हैं.
श्री कुंडू ने आगे बताया कि विभिन्न कार्यों के भुगतान के मद में केन्द्र सरकार ने एक गाइड लाइन जारी किया है. पीडब्ल्यूडी के नियमानुसार एक वर्गफीट कार्य कराने के लिए 1193 रुपये भुगतान करने का प्रावधान है. जबकि यहां 4700 रुपये प्रति वर्गफीट की दर से भुगतान किया गया है. कंप्यूटर टेबल खरीदने में ही लाखों रुपये खर्च किये गये हैं. 15 कंप्यूटर टेबल खरीदने के लिए 90 हजार रुपये निर्धारित किये गये थे, लेकिन इस मद में 20 लाख रुपये का भुगतान किया गया है. भाजपा के पास इसके पुख्ता सबूत भी हैं. उन्होंने इस विश्वविद्यालय में इस साल सरस्वती पूजा नहीं होने को लेकर भी वाइस चांसलर की आलोचना की. उन्होंने कहा कि राज्य में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के दो गुटों के बीच गुटबाजी की वजह से गौड़ बंग विश्वविद्यालय में सरस्वती पूजा नहीं होने दिया गया. इस बात की शिकायत केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय से भी की जायेगी और जांच कराने की मांग की जायेगी.