नयी दिल्ली/पटना: होलिका दहन में इस बार सर्वार्थ सिद्धि योग है. 12 मार्च रविवार की शाम 6.31 बजे के बाद लगभग दो घंटे तक होलिका दहन के लिए मुहूर्त रहेगा. सर्वार्थ सिद्धि योग 12 मार्च की शाम 5.42 बजे से 13 मार्च की शाम 6.44 बजे तक रहेगा. साथ ही होलिका दहन के लिए राजयोग सुबह 6.45 बजे से शाम तक रहेगा. होली सिद्धि रात्रि को जो भी भगवान नरसिंह की आराधना करेगा वह मनोवांछित फल प्राप्त करेगा. आचार्य अमित माधव ने बताया है कि यह मुहूर्त शुभ है.
होलिका दहन के दूसरे दिन पितरों और देवताओं को भी मनाया जा सकता है. सर्वार्थ सिद्धि योग के चलते इस बार होली देशवासियों के लिए शुभ रहेगी. उनका कहना है कि फाल्गुनी मास की पूर्णिमा को होलिका दहन इस बार रविवार को होगा. रविवार, सूर्यदेव का दिन होता है इसलिए इस दिन सूर्यदेव की आराधना हर व्यक्ति के लिए लाभदायी रहेगी. होलिका दहन 6.31 बजे से 8.23 बजे तक किया जा सकता है.
पितरों की पूजा से दूर होंगी बाधाएं
इस बार होलिका दहन के दूसरे दिन सुबह उठकर स्नान के बाद पितरों और देवताओं को तर्पण और पूजन करें क्योंकि यह देवताओं को प्रसन्न करने का योग है. पितरों और देवताओं की कृपा से जीवन की बाधाएं दूर होंगी. परिवार की खुशहाली के साथ ही बेहतर स्वास्थ्य व संपन्नता हासिल होगी. पं राजकुमार पांडे के अनुसार इस दिन भगवान गजानन गणेश, माता दुर्गा और भगवान नरसिंह की पूजा करने से सर्व सुखों की प्राप्ति होगी.