नवादा:बिहार में गया नवादा सीमा पर स्थित गुरपा जंगल में बीते दिनों हुए मुठभेड़ में अपने चार साथियों के मारे जाने से नक्सली बौखला गये हैं. इसी कड़ी में प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन भाकपा माओवादी ने बदला लेने का एलान करतेहुए सिरदला थाना क्षेत्र के कुशाहन गांव के राजकीय मध्य विद्यालय के दीवार पर एक पोस्टर चिपकाया है. जिसमें पुलिस की मुखबिरी करने वाले ग्रामीणों के लिए भी मौत का फरमान जारी किया गया है.
शुक्रवार की सुबह स्कूल पर पर्चा सटे होने की खबर के बाद इस गांव में खलबली मचगयी. सूचना के बाद पहुंचे सिरदला थानाकीपुलिस ने पर्चा को जब्त कर लिया. पर्चा में स्पष्ट किया गया है कि कुशाहन गांव के तीन लोगों ने पुलिस को सहयोग कर हमारे साथियों की धोखे से हत्या कराई है. ग्रामीणों से हमें कोई मतलब नहीं है लेकिन उन गद्दारों को मौत की सजा दी जाएगी.
क्या लिखा है पर्चा में…
माओवादी जिंदाबाद, शहीद साथी अमर रहे, अमर रहे. पुलिस की मुखबिरी करने वालों को मौत की सजा. पुलिस को खबर करने में कुशाहन गांव के तीन लोग शामिल. पुलिस को मिलेगा पुरस्कार और गद्दार को मौत की सजा. कुशाहन गांव वालों को आगाह किया जाता है कि वह पार्टी और पुलिस के झमेले में ना पड़े. आप के गांव के तीन लोगों ने पार्टी से दगा किया है. जिन्हें बख्शा नहीं जायेगा, उसे सिर्फ मौत मिलेगी. सिरदला, रजौली, कौआकोल और गोविंदपुर के साथ कोडरमा और सोर जगह के नक्सली पार्टी के लोग मिल कर शहीद भाइयों के परिवार को आठ-आठ रुपये देगी और वह पैसा लेवी से वसूला जायेगा.
लवनीगढ़ी में मारे गये पार्टी का बदला पुलिस से हमने ले लिया और ग्यारह पुलिस कर्मी को मार गिराया. इसका बदला हम जरूर लेंगे. पुलिस गांव वालाें का सहारा लेकर हमारे आदमी को धोखे से मारा, हमारे लोगों को मारकर खुश होने वाले खबरदार, मेरी दुश्मनी गांव वालो से नहीं गद्दार से है. जिसने पार्टी का पैसा खाया और गद्दारी की. माओवादी जिंदाबाद, माओवादी जिंदाबाद.
मालूम हो कि बिहार के गया जिला के फतेहपुर थाना अंतर्गत धमकोल गांव के समीप बुधवार को एक पहाड़ पर मुठभेड़ के दौरान पुलिस ने प्रतिबंधित नक्सली संगठन चार भाकपा माओवादी सदस्यों को मार गिराया. मुठभेड़ स्थल से पुलिस ने चार नक्सलियों के शव के साथ एक एके 47 राइफल, दो इंसास राइफल और एक एसएलआर तथा बड़ी संख्या में कारतूस, नक्सली साहित्य व अन्य सामान बरामद किया.