मुजफ्फरपुर: प्रदूषण जांच केंद्र संबंधी शिकायत मिलने के बाद डीटीओ आलोक कुमार व एमवीआइ संजय कुमार टाइगर ने बुधवार को शहर के जिला परिषद, भगवानपुर व दादर कोल्हुआ स्थित तीन प्रदूषण जांच केंद्रों की जांच की. इसमें तीनों जांच केंद्र पर गड़बड़ी मिली. किसी भी केंद्र पर जांच शुल्क स्पष्ट रूप से सार्वजनिक नहीं था. रोज कितने वाहनों की जांच होती है, जांच केंद्र पर लगी मशीन की जांच की गयी. एक भी जांच केंद्र मानक पर खरा नहीं उतरा. डीटीओ ने सभी जांच केंद्रों के संचालकों से तीन दिनों के अंदर रिपोर्ट मांगी है. सभी केंद्र संचालकों को जांच शुल्क बड़े-बड़े अक्षरों में प्रदर्शित करने का निर्देश दिया.
एमवीआइ ने बताया कि बाइक के प्रदूषण प्रमाण पत्र का शुल्क 30 रुपये, कार का 50 व बड़े वाहनों का शुल्क 75 रुपये हैं. इसमें प्रदूषण जांच केंद्र को बाइक शुल्क में से पांच रुपये, कार शुल्क में से 10 तथा बड़े वाहनों के शुल्क में से 15 रुपये विभाग के पास जमा कराना है, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है. एक प्रदूषण जांच केंद्र पर डीजल इंजन मशीन खराब पड़ी थी. एक भी जांच केंद्र ऐसा नहीं था, जहां पूरा रिकॉर्ड उपलब्ध हो.