पटना :बिहार में पटना से सटे फतुहा थाने के दनियावां एनएच-30ए पर स्थित शुभकामना पेट्रोल पंप पर डकैती की घटना को अंजाम दिया. इस दौरान सात हथियारबंद अपराधियों ने तीन कर्मचारियों को बुरी तरह पीटा, फायरिंग की और कैश रखे कमरे को जबरन खुलवाया और फिर तीन लाख 82 हजार लेकर निकल गये.
अपराधियों ने तीनों कर्मचारियों को हथियार के बल पर बंधक बना लिया था और जाने के पूर्व तीनों का मोबाइल भी अपने साथ ले गये. अपराधी पैदल ही आये थे और पैदल ही निकल गये. अपराधियों ने सीसीटीवी कैमरा को नष्ट कर दिया, लेकिन चार अपराधियों की तसवीर वीडियो फुटेज में आ गयी. पुलिस ने घटनास्थल से एक जिंदा कारतूस और नाइन एमएम पिस्टल के तीन खोखे बरामद किये हैं.
इस संबंध में अज्ञात अपराधियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज हुआ है. यह घटना मंगलवार को दो बजे रात में घटित हुई. घटना की जानकारी एक घंटे बाद पेट्रोल पंप के मालिक अरुण कुमार को हुई. पुलिस ने दो संदिग्धों को हिरासत में लिया है और वीडियो फुटेज में पहचान कर पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है.
सीसीटीवी कैमरे को भी कर दिया नष्ट
बताया जाता है कि पेट्रोल पंप पर और दिन की तरह दो कर्मचारी गोवल व विकास कुमार बाहर में सोये हुए थे. इसी बीच सात की संख्या में अपराधी पहुंचे और दोनों कर्मचारियों को हथियार के बल पर कब्जे में ले लिया. अपराधियों ने पास गैस कटर भी था.
कर्मचारियों से उन लोगों ने पेट्रोल पंप के कार्यालय को बंद पाया तो चाबी मांगी. लेकिन कर्मचारियों ने जब नहीं दिया तो उन दोनों की जमकर पिटाई की. लेकिन फिर भी चाबी हासिल नहीं हो पायी तो फिर गैस कटर से कार्यालय में लगे ग्रिल के ताला को काट दिया. इसके बाद लकड़ी के दरवाजे में लगे ताला को काट दिया. लेकिन वे लोग कैश रूम तक नहीं पहुंच पाये, क्योंकि उस रूम को अंदर से बंद कर कर्मचारी रामप्रसिद्ध सोये हुए थे.
अपराधियों ने दरवाजा को बाहर से धक्का मार कर तोड़ने का प्रयास किया, लेकिन जब सफलता नहीं मिली तो फिर चार राउंड फायर किया और राम प्रसिद्ध को धमकाया. अंत में रामप्रसिद्ध ने दरवाजा खोल दिया. इसके बाद रामप्रसिद्ध की जमकर पिटाई कर दी. इसके बाद कैश बॉक्स से पैसा निकाला और वहां से निकल गये.
मोकामा, पंडारक व फतुहा इलाके में सक्रिय है गिरोह
पटना : मोकामा, पंडारक व फतुहा इलाके में एक गिरोह सक्रिय हो गया है, जो पेट्रोल पंप के साथ ही उसके कर्मचारियों को अपने निशाने पर लेता है. पिछले साल के नवंबर माह में मोकामा इलाके के मरांची थाने के बादपुर गांव में एनएच 80 पर स्थित रिलायंस पेट्रोप पंप पर 24 हजार की लूट, बख्तियारपुर फोर लेन पर पेट्रोल पंप पर लूट की घटना और फिर पंडारक में कुंदी गांव के पास स्थित पेट्रोल पंप के मैनेजर अजीत सिंह की हत्या ने इस बात की पुष्टि कर दी है. फतुहा में शुभकामना पेट्रोल पंप पर जनवरी में लूट की घटना और एक बार फिर से घटना को अंजाम देना, यह पुष्ट करता है कि अपराधी इन इलाकों में सक्रिय है और पुलिस उन तक नहीं पहुंच पा रही है. यह गिरोह लगातार एनएच पर पेट्रोल पंप को निशाना बना रहा है.
इसके साथ ही पटना के अगमकुआं थाने के न्यू बाइपास पर अपराधियों ने हथियार के बल पर पेट्रोल पंप लूट लिया था. वर्ष 2016 में पटना जिला से सटे वैशाली जिले में भी कई पेट्रोल पंप लूट की घटना को अपराधियों ने अंजाम दिया. अप्रैल माह में अपराधियों ने वैशाली के सदर इलाके में पेट्रोल पंप से तीन लाख और टाउन इलाके से साढ़े चार लाख की लूट की घटना को अंजाम दिया था. हालांकि इन दो घटनाओं के बाद पेट्रोल पंप पर पुलिस की सक्रियता बढ़ा दी गयी थी और फिर कोई घटना घटित नहीं हुई.
पहले भी हो चुकी है लूट
उक्त पेट्रोल पंप पर चार जनवरी को लूटपाट की घटना हो चुकी है. इस दौरान अपराधी अपने साथ एक लाख नकद व दो मोबाइल फोन लूट कर ले गये थे. इस मामले में पुलिस ने दो अपराधियों को जेल भेजा था, लेकिन न तो लूटा गया पैसा बरामद किया जा सका था और न ही मोबाइल फोन बरामद हुआ था.