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इच्छिता सिंह मौत मामला : एसएसपी ने कहा मांग में था सिंदूर, लड़की ने की थी आत्महत्या

रांची : हॉस्टल में रह कर मेडिकल की तैयारी कर रही छात्रा इच्छिता ने आत्महत्या की थी. यह जानकारी एसएसपी कुलदीप द्विवेदी ने सोमवार की रात प्रेस कान्फ्रेंसमें दी. उन्होंने बताया कि सोमवार को पुलिस ने इच्छिता के शव की पोस्टमार्टम रिपोर्ट हासिल की. पोस्टमार्टम रिपोर्ट और परिस्थितिजन्य साक्ष्य से यह स्पष्ट हो गया है […]

रांची : हॉस्टल में रह कर मेडिकल की तैयारी कर रही छात्रा इच्छिता ने आत्महत्या की थी. यह जानकारी एसएसपी कुलदीप द्विवेदी ने सोमवार की रात प्रेस कान्फ्रेंसमें दी. उन्होंने बताया कि सोमवार को पुलिस ने इच्छिता के शव की पोस्टमार्टम रिपोर्ट हासिल की. पोस्टमार्टम रिपोर्ट और परिस्थितिजन्य साक्ष्य से यह स्पष्ट हो गया है कि इच्छिता ने आत्महत्या की थी. उसकी हत्या नहीं की गयी थी.

प्रेस कांफ्रेंस में सिटी एसपी ने बताया कि जांच के दौरान इच्छिता के सिर पर सिंदूर लगा पाया गया है. पुलिस ने उसे जब्त किया है. इच्छिता की मनीष अग्रवाल से प्रति दिन 15-20 बार बात होती थी. इच्छिता ने एक मार्च को सेक्टर-दो स्थित आवास से अपनी मां के मोबाइल से मनीष से बात की थी. इसके लिए उसके घर वालों ने उसे डांटा भी था.
हॉस्टल का सीसीटीवी फुटेज भी पुलिस ने जब्त किया है. फुटेज में किसी बाहरी व्यक्ति को हॉस्टल में जाते हुए नहीं देखा गया है. सिटी डीएसपी शंभु सिंह ने बताया कि दो मार्च की रात आठ बजे से 9.11 बजे तक का फुटेज देखा गया है. इसमें कोई व्यक्ति हॉस्टल में आते-जाते नहीं दिख रहा. इच्छिता का कमरा भीतर से बंद था. कमरे में एक खिड़की है, वह भी बंद थी. एक रोशनदान है, जिससे कोई भी व्यक्ति कमरा में नहीं घूस सकता.
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में क्या है : पुलिस के आधिकारिक सूत्र ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गले व दोनों हाथ की हथेली (हाइपोथिनार) पर निशान मिले हैं. गले का निशान एक्सफिशिया (वी आकार) का है. शरीर के किसी अन्य हिस्से में जख्म के निशान नहीं मिले हैं. पुलिस जिस वक्त रिम्स में पोस्टमार्टम रिपोर्ट ले रही थी, उस वक्त इच्छिता के परिजन भी वहां मौजूद थे.
शुक्रवार रात कमरे में लटका मिला था शव : इच्छिता डालटनगंज की रहने वाली थी. लालपुर थाना क्षेत्र के गोल इंस्टीट्यूट के फाइटर-फोर हॉस्टल में रहती थी. शुक्रवार की रात वह अपने कमरे में छत से लटकी मिली थी. हॉस्टल के लोगों ने उसे रिम्स पहुंचाया था, जहां पर चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया था. इच्छिता की मौत के बाद उसके परिजनों ने गोल इंस्टीट्यूट के संचालक समेत अन्य लोगों के खिलाफ लालपुर थाना में हत्या की प्राथमिकी दर्ज करायी थी.
निर्दोष है मनीष, फंसाया न जाये :मनीष अग्रवाल की बहन ने प्रभात खबर को फोन कर बताया कि उसका भाई निर्दोष है. मनीष तो इच्छिता से प्यार करता था. इच्छिता भी उससे प्यार करती थी. फिर मनीष उसे क्यों मारेगा. मनीष अग्रवाल की बहन ने कहा कि घटना के दिन वह रांची में नहीं था. घटना के बाद मीडिया में जब मनीष का नाम आया, तो वह खुद उसे लेकर पुलिस के पास गयी. वह सिर्फ यह चाहती है कि उसके भाई को फंसाया न जाये.

मनीष अग्रवाल को पुलिस ने हिरासत में लिया, पूछताछ
मेडिकल की तैयारी कर रही छात्रा इच्छिता सिंह की मौत के मामले में लालपुर पुलिस ने छात्रा के कथित प्रेमी मनीष अग्रवाल उर्फ राज को डालटनगंज के नवाहाता से हिरासत मेें लिया है़ लालपुर थाना में रख कर पुलिस उससे पूछताछ कर रही है़

गौरतलब है कि इच्छिता सिंह के पिता संजय सिंह ने गोल इंस्टीट्यूट के संचालक पंकज सिंह, प्रिंस सिंह, ओमकार सिंह सहित मनीष अग्रवाल उर्फ राज पर अपनी पुत्री के हत्या का आरोप लगाया था़ उसके बाद से पुलिस मनीष अग्रवाल की तलाश में जुट गयी थी, जबकि अन्य अारोपियों को रांची छोड़ कर बाहर जाने पर पाबंदी लगा दी गयी थी. लालपुर पुलिस रविवार को ही मनीष के घर डालटनगंज के नवाहातू गयी थी, लेकिन उस समय वह घर पर नहीं था़ पुलिस उसका वहां इंतजार कर रही थी़ पुलिस ने अभिभावकों पर दबाव बनाया, तो उन्होंने मनीष को घर बुलाया. उसके बाद पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया़ एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि उससे पूछा जायेगा कि घटना के दिन इच्छिता सिंह से उसकी क्या बातें हुई थीं. मौत के पूर्व इच्छिता ने उसे इससे संबंधित कोई संकेत दिया था या नहीं. इच्छिता की मौत के लिए वह जिम्मेदार है कि नहीं. मनीष से पूछताछ के बाद कई बातों का खुलासा होने की संभावना है़ गौरतलब है कि दो मार्च को इच्छिता सिंह की मौत गोल इंस्टीट्यूट के हॉस्टल फाइटर फाेर में हो गयी थी.
इच्छिता के पिता ने कहा था, लड़की का मामला है हाइलाइट न करें
रांची. गोल इंस्टीट्यूट के संचालक पंकज सिंह ने बताया कि घटना के बाद इच्छिता सिंह के पिता संजय सिंह को फोन किया गया था. उन्होंने कहा था कि लड़की का मामला है, इसे हाइलाइट न करे़ं पंकज सिंह ने बताया कि घटना के दिन जिम से निकल कर लगभग नौ बजे वह हॉस्टल पहुंचे थे. उस समय प्रिंस सिंह, कमेंद्र, अनुपम व गार्ड कार से इच्छिता सिंह को रिम्स ले जा रहे थे़ जब उन्होंने पूछा कि क्या हुआ है, तो प्रिंस सिंह ने कहा कि इच्छिता सिंह फंदे पर झूल गयी थी़ उसके शरीर में कंपन हो रहा है, इसलिए उसे इलाज के लिए रिम्स ले जा रहे हैं. रिम्स में चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया था़ हमलोगों पर आरोप लग रहा था कि शव को छोड़ कर हमलोग भाग गये थे, लेकिन हमारे कर्मचारी वहां मौजूद थे़
मनीष अग्रवाल से संबंध की जानकारी इच्छिता के बहन को भी थी
इच्छिता सिंह की रूम मेट प्रियांशु ने बताया कि मनीष अग्रवाल से इच्छिता सिंह के संबंध की जानकारी उसकी बहन स्वर्णिम सिंह को भी थी़ स्वर्णिम सिंह मेरे साथ केराली स्कूल में पढ़ी है, वह मेरी सहेली है़ जब 28 जनवरी को वह दूसरे को पिता बना कर वार्डेन से छुट्टी लेकर डालटनगंज चली गयी थी, तो उसकी बहन हाॅस्टल आयी थी़ उसने कहा था कि वह अपनी बहन को बस स्टैंड से रिसीव कर लेगी़ पुराने हॉस्टल में रहनेवाली काजल ने बताया कि 7़ 55 बजे मनीष का फोन मेरे पास आया था, लेकिन मैं पढ़ाई के लिए लाइब्रेरी जा रही थी. दूसरे हॉस्टल में रहने के कारण मैंने उस समय वहां जाना उचित नहीं समझा. इसलिए मैंने इच्छिता सिंह के पास नहीं जाने की बात मनीष को कही थी़

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