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#INDvsAUS : रेनशॉ और शान का अर्धशतक, ऑस्ट्रेलिया को बढ़त

बेंगलुरु : सलामी बल्लेबाज मैट रेनशॉ और शान मार्श की जुझारु अर्धशतकीय पारियों, भारतीयों के लचर क्षेत्ररक्षण और डीआरएस की चूक का फायदा उठाकर ऑस्ट्रेलिया ने आज यहां पहली पारी में बढ़त हासिल करके दूसरे टेस्ट क्रिकेट मैच के दूसरे दिन भी अपना पलड़ा भारी रखा. ऑस्ट्रेलिया ने दूसरे दिन का खेल समाप्त होने तक […]

बेंगलुरु : सलामी बल्लेबाज मैट रेनशॉ और शान मार्श की जुझारु अर्धशतकीय पारियों, भारतीयों के लचर क्षेत्ररक्षण और डीआरएस की चूक का फायदा उठाकर ऑस्ट्रेलिया ने आज यहां पहली पारी में बढ़त हासिल करके दूसरे टेस्ट क्रिकेट मैच के दूसरे दिन भी अपना पलड़ा भारी रखा.

ऑस्ट्रेलिया ने दूसरे दिन का खेल समाप्त होने तक छह विकेट पर 237 रन बनाये हैं और उसे 48 रन की बढ़त हासिल हो चुकी है. पुणे में पहला टेस्ट मैच 333 रन से गंवाने वाली भारतीय टीम पहली पारी में 189 रन पर आउट हो गयी थी. सलामी बल्लेबाज रेनशॉ (60) और चौथे नंबर पर बल्लेबाजी के लिये उतरे शान मार्श (66) ने टर्न लेते विकेट पर भारत के दो मंझे हुए स्पिनरों रविचंद्रन अश्विन और रविंद्र जडेजा के सामने गजब का जज्बा दिखाया और ऑस्ट्रेलिया को पहली पारी में बढ़त दिलाने में अहम भूमिका निभायी. इन दोनों ने तीसरे विकेट के लिये 52 रन जोड़े.

शान ने इसके बाद मैथ्यू वेड (नाबाद 25) के साथ छठे विकेट के लिये भी 57 रन की साझेदारी की. स्टंप उखड़ने के समय वेड के साथ मिशेल स्टार्क 14 रन पर खेल रहे थे. जडेजा भारत के सबसे सफल गेंदबाज रहे. उन्होंने 17 ओवरों में 49 रन देकर तीन विकेट लिये. इशांत शर्मा (39 रन देकर एक), अश्विन (75 रन देकर एक) और उमेश यादव (57 रन देकर एक) ने एक एक विकेट हासिल किया है. स्टार आफ स्पिनर अश्विन ने 41 ओवर किये लेकिन सुबह अपने तीसरे ओवर में विकेट लेने के बाद वह दिन भर सफलता के लिये जूझते रहे. इस बीच क्षेत्ररक्षकों से भी उन्हें और अन्य गेंदबाजों को अपेक्षित सहयोग नहीं मिला. भारत ने कुछ ऐसे कैच टपकाये जिन्हें आसानी से लिया जा सकता था. इसके अलावा निर्णय समीक्षा प्रणाली (डीआरएस) में भारत के आकलन फिर से गलत साबित हुए.

ऑस्ट्रेलिया ने सुबह दो विकेट पर 40 रन से आगे खेलना शुरू किया लेकिन पहले सत्र के 29 ओवरों में वह केवल 47 रन ही जोड़ पाया और इस बीच उसने डेविड वार्नर (33) और कप्तान स्टीवन स्मिथ (आठ) के दो महत्वपूर्ण विकेट गंवाये. भारत ने दूसरे सत्र में आखिरी घंटे में रेनशॉ सहित तीन विकेट लिये. इस सत्र में ऑस्ट्रेलिया ने 35 ओवर खेले और इस बीच 76 रन जोड़े.

शान मार्श तीसरे सत्र में आउट होने वाले एकमात्र बल्लेबाज रहे जिसमें ऑस्ट्रेलिया ने 26 ओवरों में 74 रन बनाये. सुबह अश्विन ने इशांत के साथ गेंदबाजी का आगाज किया और उन्होंने दिन के छठे ओवर में खूबसूरत गेंद पर वार्नर का आफ स्टंप हिलाकर भारत को पहली सफलता दिलायी. गेंद ने एकदम से टर्न लिया जिस पर वार्नर पूरी तरह से गच्चा खा गये थे. उन्होंने 67 गेंदों का सामना किया तथा तीन चौके लगाये.

पुणे में पहले टेस्ट मैच में शतक जड़ने वाले स्मिथ लंच से तीन ओवर पहले पवेलियन लौटे. उन्होंने अपने आठ रन के लिये 52 गेंदें खेली तथा एक बार भी गेंद को बाउंड्री तक नहीं पहुंचाया. उन्होंने जडेजा की गेंद पर रक्षात्मक शाट खेलना चाहा जो उनके बल्ले का किनारा लेकर पैड से लगकर विकेटकीपर रिद्विमान साहा के पास पहुंची जिन्होंने डाइव लगाकर उसे कैच किया.

भारतीयों को दूसरे सत्र के 20 से अधिक ओवरों में जूझना पड़ा और इस बीच उन्हें सफलता नहीं मिली. रेनशॉ और शान मार्श ने गजब का जज्बा दिखाया और तीसरे विकेट के लिये 52 रन जोड़े. रेनशॉ 67वें ओवर में आउट हुए जिसके बाद कुछ समय के लिये परिदृश्य बदला. रेनशॉ का यादव की गेंद पर भारतीय कप्तान विराट कोहली ने स्लिप में कैच छोड़ा था और उन्होंने इसका पूरा फायदा उठाया.

उन्हें आखिर में जडेजा ने साहा के हाथों स्टंप आउट करवाया. इससे पहले उन्होंने अश्विन की गेंद पर दो रन लेकर अपना तीसरा अर्धशतक पूरा किया. सुबह 15 रन से अपनी पारी आगे बढ़ाने वाले रेनशॉ ने 196 गेंदों का सामना किया तथा पांच चौके लगाने के अलावा जडेजा की गेंद पर आउट होने से ठीक पहले मिडआफ पर छक्का भी लगाया.

जडेजा ने यहां पर चतुराई दिखायी. रेनशॉ फिर से आगे बढकर खेलना चाहते थे लेकिन गेंद उनके लेग साइड से निकल गयी और साहा ने तेजी दिखाकर स्टंप आउट करने में देर नहीं लगायी. जडेजा ने इसके बाद पीटर हैंड्सकाम्ब (16) को आउट किया जो गेंदबाजों पर हावी होने की रणनीति के साथ क्रीज पर उतरे थे. उन्होंने जडेजा की गेंद को मिडविकेट क्षेत्र में सीमा रेखा तक पहुंचाने की कोशिश की लेकिन गेंद उनके बल्ले पर सही तरह से नहीं आयी और अश्विन ने अपने दायीं तरफ डाइव लगाकर तीसरे प्रयास में कैच किया. इसके बाद इशांत शर्मा ने चाय के विश्राम से पहले आखिरी गेंद पर मिशेल मार्श (शून्य) को पगबाधा आउट किया.

शान मार्श का भाग्य ने भी साथ दिया. जब वह 44 रन पर थे तब यादव की गेंद पर अंपायर रे इंलिंगवर्थ ने उन्हें आउट दे दिया था लेकिन रिव्यू से पता चला कि गेंद आफस्टंप से बाहर जा रही थी. इसके बाद भारत ने शान मार्श और मैथ्यू वेड दोनों के खिलाफ डीआरएस का सहारा लिया लेकिन दोनों अवसरों पर उसका फैसला गलत साबित हुआ. इस तरह से भारतीय टीम ने 80 ओवर के बाद मिले दोनों रिव्यू 14 ओवर के अंदर गंवा दिये थे.

अश्विन की गेंद पर एक रन लेकर अपना छठा टेस्ट अर्धशतक पूरा करने वाले शान मार्श ने अपनी पारी में कुल 197 गेंदें खेली तथा चार चौके लगाये. उनकी बेहतरीन पारी का अंत आखिर में यादव ने किया जिनकी गुडलेंथ गेंद पर उन्होंने ढीला शाट खेला और शार्ट मिडविकेट पर करुण नायर ने उसे कैच करने में गलती नहीं की. यादव को इसी ओवर में नये बल्लेबाज मिशेल स्टार्क का विकेट भी मिल जाता लेकिन साहा ने उनका कैच छोड़ दिया.

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