मुंबई : भारतीय रिजर्व बैंक ने बैंकों से आगामी एक अप्रैल से डिजिटल भुगतान पर विशेष शिविर लगाने को कहा है. बैंकों से कहा गया है कि वे जनता को यूपीआई और 99-हैशटैग (यूएसएसडी) कोड प्लेटफार्म के जरिये डिजिटल भुगतान के बारे में बतायें. केंद्रीय बैंक ने कहा है कि 500 और 1,000 के नोट बंद करने और डिजिटल पर ध्यान केंद्रित किए जाने की पहल के तहत वित्तीय साक्षरता केंद्रो (एफएलसी) और बैंकों की ग्रामीण शाखाओं द्वारा शिविर आयोजन की नीति में संशोधन किया गया है.
रिजर्व बैंक के संशोधित दिशानिर्देशों में कहा गया है कि एफएलसी को सलाह दी गई है कि वे एक अप्रैल, 2017 से एक साल के लिए यूपीआई और यूएसएसडी के जरिये डिजिटल भुगतान पर विशेष शिविरों का आयोजन करें. यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (यूपीआई) ऐसी प्रणाली है जिसमें कई बैंक खातों को एकल मोबाइल एप्लिकेशन में किया जाता है.
यूएसएसडी धन स्थानांतरण की सेवा है जो इंटरनेट के बिना चलती है. रिजर्व बैंक ने कहा कि प्रत्येक लक्षित समूह के लिए सामग्री तैयार की जा रही है और इसे समय के साथ बैंकों-एफएलसी से साझा किया जा रहा है. वहीं ग्रामीण शाखाओं को प्रत्येक महीने के तीसरे शुक्रवार को कामकाज के घंटों के बाद हर महीने सिर्फ एक शिविर आयोजित करने की जरुरत होगी। एफएलसी और बैंकांे की ग्रामीण शाखाओं को वित्तीय साक्षरता शिविर के लिए कुल व्यय का 60 प्रतिशत मिलेगा। उन्हंे प्रति शिविर अधिकतम 15,000 रुपये तक दिए जाएंगे.
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