गुमला : गुमला जिला अंतर्गत बिशुनपुर प्रखंड के गोबरसेला गांव की सुलेखा देवी ने शनिवार को नक्सलियों के गढ़ बनालात में आयोजित कार्यक्रम में झारखंड की मुख्य सचिव राजबाला वर्मा व अन्य अधिकारियों के सामने हिम्मत जुटाकर खुलकर अपनी बात रखी. उन्होंने मुख्य सचिव से कहा, प्रणाम दीदी, मैं गोबरसेला गांव की हूं. गोबरसेला गांव में कुछ नहीं है.
अधिकारी काम करते नहीं है. किसी प्रकार हम ग्रामीण जी रहे हैं. आंगनबाड़ी केंद्र नहीं है. इस पर मुख्य सचिव ने डीसी श्रवण साय से कहा कि डीसी साहब ध्यान दीजिये. समस्या दूर नहीं हो रही है. गोबरसेला में मिनी आंगनबाड़ी केंद्र की स्थापना करें और उसकी सेविका सुलेखा देवी को बनायें.
इसके बाद सुलेखा ने कहा : गांव में पीने का पानी नहीं है. नदी व तालाब सूख गया है. गाय गरू प्यासे रहते हैं. इतना सुनने के बाद सचिव ने पीएचईडी के इइ को गांव का दौरा कर पेयजल का साधन उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है. सुलेखा की बेबाक बातों से प्रभावित होकर मुख्य सचिव उन्हें अपने पास बुला लिया और बगलकी कुर्सी में बैठाया. उन्होंने गृह सचिव आरके रहाटे से सुलेखा का मोबाइल नंबर, नाम व पता लिखने के लिए कहा,ताकि क्षेत्र की अन्य समस्याओं की जानकारी ले सके. सुलेखा गांव में केंद्र की स्थापना हुई या नहीं इसकी भी जानकारी अब सीधे अधिकारियों को फोन से देंगी.