मुंबई : महाराष्ट्र में बीएमसी चुनाव को लेकर गुरुवार को 227 वार्डों के मतों की गिनती शुरू हो गयी है. यह मतगणना अकोला में की जा रही है. इस चुनाव के नतीजों पर राज्य की प्रमुख पार्टी भाजपा-शिवसेना की पैनी नजर बनी हुई है. इस समय भाजपा और शिवसेना की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है. गुरुवार को बृहन मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) के हुए चुनाव के नतीजे आने वाले हैं.
महाराष्ट्र की 10 महानगरपालिकाओं और 25 जिला परिषदों के साथ 283 पंचायत समितियों के चुनावी नतीजों का गुरुवार को ऐलान होने वाला है. मंगलवार को हुई वोटिंग में औसतन 56.40 फीसदी वोटिंग हुई थी. बीएमसी में वोटिंग का प्रतिशत 55.53 फीसदी दर्ज हुआ था. ये 25 सालों में सबसे ज्यादा मतदान है.
बीएमसी में कुल 227 सीटें हैं. फिलहाल, इनमें से 75 पर शिवसेना का कब्जा है. 52 सीटों के साथ कांग्रेस और 31 सीटों के साथ भाजपा दूसरे और तीसरे नंबर की पार्टी है. वहीं राज ठाकरे की महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के पास 28 सीटें हैं. इस बार भाजपा से अलग होकर दांव आजमा रही शिवसेना ने 202 सीटों के लिए करवाये गये आंतरिक सर्वे में 110 सीटें जीतने की उम्मीद जतायी है. बीएमसी में बीएमसी चुनाव में बहुमत के लिए 114 सीटों की जरूरत होती है. वहीं, भाजपा का दावा है कि पार्टी इन चुनावों में नंबर वन पार्टी बनकर उभरेगी. कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन की उम्मीदें ग्रामीण इलाकों पर टिकी हैं.
शिवसेना और भाजपा ने मतगणना की पूर्व संध्या पर बुधवार को दावा किया था कि वे बृहन मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) चुनाव में अपने बूते जीत दर्ज करेंगी. शिवसेना के सूत्रों ने बताया कि पार्टी के आंतरिक सर्वेक्षण में उसे 202 में से 110 सीटें मिलती दिखायी दे रही हैं. दूसरी ओर, भाजपा के सूत्रों ने बताया कि पार्टी अकेले अपने दम पर 108 सीटें जीतने को लेकर आश्वस्त है. निकाय चुनावों में जीत के लिए 114 सीटों की दरकार है.