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पत्नी, साली व बेटों के हत्यारे ओमप्रकाश ने की आत्महत्या

बरोरा/गोमो/तोपचांची : बरोरा थाना क्षेत्र अंतर्गत प्योर बरोरा कॉलोनी निवासी बीसीसीएल कर्मी ओमप्रकाश चौहान उर्फ ओमप्रकाश कुमार ने रविवार की देर रात आत्महत्या कर ली. वह अपनी पत्नी, साली और दो मासूम बेटों को जहर देकर हत्या करने के बाद फरार था. ओमप्रकाश का कई भागों में बंटा शव गोमो रेल पुलिस ने डाउन यार्ड […]

बरोरा/गोमो/तोपचांची : बरोरा थाना क्षेत्र अंतर्गत प्योर बरोरा कॉलोनी निवासी बीसीसीएल कर्मी ओमप्रकाश चौहान उर्फ ओमप्रकाश कुमार ने रविवार की देर रात आत्महत्या कर ली. वह अपनी पत्नी, साली और दो मासूम बेटों को जहर देकर हत्या करने के बाद फरार था. ओमप्रकाश का कई भागों में बंटा शव गोमो रेल पुलिस ने डाउन यार्ड की पांच नंबर लाइन से सोमवार की अलसुबह बरामद किया. शव की पहचान उसके पड़ोसी दिलीप चौहान तथा छोटू कुमार ने की. गोमो रेल थाना में यूडी केस दर्ज किया गया है. ओमप्रकाश चौहान का पैतृक घर बिहार के औरंगाबाद जिला के कसमा थाना अंतर्गत भदुकीकला में था.

रेल थानेदार मधुसूदन दे ने बताया कि रविवार की रात करीब पौने दो बजे एक पेट्रोल मैन ने गोमो स्टेशन के प्लेटफॉर्म संख्या दो के पश्चिमी छोर पर मानव का कटा हुआ सिर देखा. इसकी जानकारी स्टेशन मास्टर को दी. स्टेशन मास्टर ने गोमो रेल पुलिस को अवगत कराया. जब पुलिस खून के निशान वाली दिशा में गयी तो डाउन यार्ड की पांच नंबर लाइन पर शव पड़ा मिला. रेल पुलिस के अनुसार, घटना के बाद कुत्ता मृतक का सिर लेकर प्लेटफाॅर्म संख्या दो पर आ गया था.

सिर देख प्लेटफाॅर्म संख्या एक और दो पर मौजूद हॉकर एवं ट्रेन के पैसेंजरों में अफरातफरी मच गयी. ट्रेन से उतरने वाले यात्री भी भागते देखे गये. आज सुबह बरोरा थानेदार प्रवीण कुमार रेल थाना पहुंचे और शव का शिनाख्त करवाया. मृतका के पड़ोसी छोटू कुमार एवं दिलीप चौहान ने पहचान की. पुलिस ने अंदेशा जताया कि अपनी पहचान छुपाने की नीयत से ओमप्रकाश पटरी पर सो गया होगा. उसका शरीर कई भागों में बंट गया था. सिर से उसकी पहचान हो सकी.

आत्महत्या का बना चुका था मन: ओमप्रकाश आत्महत्या के लिए पूरी तरह मन बना चुका था. उसने डाउन यार्ड का चयन इसके लिए किया. अप यार्ड के सामने आरपीएफ पोस्ट, सीढ़ी, टिकट काउंटर, प्रतीक्षालय आदि होने के कारण यात्री, पुलिस एवं पेट्रोलिंग का आना-जाना लगा रहता है. अप यार्ड में ट्रेनों की गति धीमी हो जाती है, वहीं डाउन यार्ड में सन्नाटा पसरा रहता है और गति भी तेज रहती है.
देखें पेज नौ भी
गोमो स्टेशन पर देर रा
त ट्रेन से कटकर दी जान
आत्महत्या से पूर्व िलखा सुसाइड नोट¿, डाउन यार्ड
की पांच नंबर लाइन से मिला शव
प्लेटफॉर्म पर पड़ा था सिर, गोमो जीआरपी ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा

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