सिलीगुड़ी. वुडरिज इंटरनेशनल स्कूल अपने स्थापना काल से ही बेहतरीन शिक्षा का दावा करती आ रही है. इसके लिए हम सभी हमेशा कृतसंकल्प भी हैं. यह दावा है स्कूल के मुख्य निदेशक विनोद कुमार राय का है. श्री राय ने एक विशेष भेंट वार्ता में बताया कि प्रिंसिपल (कानपुर) एसएस श्रीवास्तव के अगुवायी दो दर्जन से भी अधिक अपने-अपने क्षेत्र के माहिर शिक्षक और विशेषज्ञों की टीम बच्चों को केवल बेहतरीन शिक्षा ही नहीं बल्कि उनके टैलेंट को और निखारने का काम करती है.
पूरे अनुशासन के साथ बच्चों को हर क्षेत्र में अव्वल रहने के लिए तैयार किया जाता है. श्री राय ने बताया कि ऐसे बच्चों,जिनका खेल-कूद,नृत्य-गीत-संगीत या फिर चित्रकारी, फोटोग्राफी की ओर अधिक रूझान है ऐसे बच्चों को विशेषज्ञों की टीम अलग से तैयार करती है. उनका कहना है कि कोई जरूरी नहीं है कि हरेक बच्चा ही पढ़ाई-लिखाई में अव्वल हो. हरेक बच्चों में कुछ-न-कुछ कुदरती टैलेंट छुपा हुआ रहता है. हम बड़ों की यह जिम्मेदारी बनती है कि बच्चों को उनके टैलेंट से रूबरू कराया जाये और उसके लिए बच्चों को सही तरीके से मार्ग दर्शन कराया जाये. श्री राय ने बताया कि 2010 में सिलीगुड़ी के पाथरघाटा इलाके में साढ़े पांच एकड़ जमीन पर स्कूल की नींव डाली गयी थी और उसी साल केवल सात बच्चों के साथ स्कूल का आगाज हुआ.
आज मात्र आठ साल में ही स्कूल में बच्चों की संख्या तीन सौ के पार हो गयी है. स्कूल में केवल सिलीगुड़ी या उत्तर बंगाल ही नहीं बल्कि पड़ोसी राज्य बिहार, उत्तर प्रदेश (यूपी), सिक्किम, असम के अलावा पड़ोसी देश बांग्लादेश, नेपाल, भूटान के भी विद्यार्थी या शिक्षा ले रहे हैं. विद्यार्थियों के लिए यहां बेहतरीन शिक्षा के अलावा उम्दा आवास, हाइजेनिक खाना, खेल-कूद आदि के भी समुचित इंतजाम है. उन्होंने बताया कि स्कूल कैंपस में ही क्रिकेट, फुटबॉल, बास्केट बॉल, वोलीबॉल, कबड्डी, बैडमिंटन, हॉकी, टीटी व अन्य आउटडोर, इंडोर खेल का पूरा प्रबंध है. साथ ही हरेक बच्चों को मार्शल आर्ट भी सिखाया जाता है.
उनका कहना है कि नर्सरी से 11वीं तक की शिक्षा फिलहाल यहां दी जा रही है. अगले वर्ष से 12वीं की पढ़ाइ भी शुरू हो जायेगी. 11वीं में इस साल से तीनों संकाय विज्ञान, कॉमर्स व आर्टस के लिए विद्यार्थियों की भरती प्रक्रिया जारी है.