दरभंगा : दरभंगा जंकशन परिसर स्थित शिवालय के समीप आयोजित श्रीमद्भागवत कथा यज्ञ से पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया है. शाम ढलते ही जयकारे से आस-पास का वातावरण गुंजायमान हो उठता है. श्रद्धालु सभी कलाओं से परिपूर्ण भगवान कृष्ण की स्तुति में लगे हैं. शुक्रवार की शाम आयोजन स्थल पर भक्तों को रेला सा उमड़ पड़ा.
क्या बच्चे-क्या वृद्ध, क्या महिला-क्या पुरुष, सभी ईष वंदना में लीन नजर आये. छठे दिन भगवान श्रीकृष्ण व रुक्मिणी विवाह प्रसंग पर प्रवचन देते हुए वृंदावन से पधारे कथा व्यास श्रीसियाराम शरणजी महाराज ने राधा व रुक्मिणी के समर्पण व दोनों की भावनाओं को फर्क को बड़ी ही बारीकी व रोचक तरीके से प्रस्तुत किया. उन्होंने कहा कि प्रेम का मतलब सिर्फ हासिल करना नहीं है, प्रेम दुनिया की सबसे पवित्र वस्तु है. भगवान श्रीकृष्ण व राधा का प्रेम दुनिया में आदर्श है. इसे समझने के जरूरत है. अपने जीवन में उतारने की आवश्यकता है.