राज्य में अब केवल विकास की राजनीति होनी चाहिए. टकराव की राजनीति ने अब तक राज्य का नुकसान ही किया है. इसमें सबसे ज्यादा नुकसान सरना समाज का हुआ है. अब तक राज्य में बातें ही हुई हैं. काम नहीं हुआ. पहली बार सरकार राज्य और आदिवासियों के विकास के लिए तत्पर दिख रही है. यही कारण है कि विरोध करनेवालों से कहीं ज्यादा आज विकास का समर्थन करनेवाले सरना समाज के लोग सड़क पर उतर आये और निवेशकों का स्वागत किया. निवेश आने से ही राज्य में नौकरी के अवसर पैदा होंगे.
पलायन और बेरोजगारी की समस्या दूर होगी. सरना समाज विकास चाहता है, राजनीति नहीं. इधर, सरना समिति के सदस्यों ने गुरुवार को मोमेंटम झारखंड :ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट मेंे पहुंच रहे अतििथयों का स्वागत किया. समिति के सदस्य पारंपरिक परिधान पहनकर एयरपोर्ट रोड के किनारे कतार में खड़े थे और तालियां बजा कर अतिथियों का स्वागत कर रहे थे.