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बीएसएससी पेपर लीक : सचिव के इशारे पर सेटरों को मिला प्रश्नपत्र
सचिव के इशारे पर सेटरों को मिला प्रश्नपत्र बीएसएससी पेपर लीक : नालंदा का अतुल है मास्टरमाइंड, पूछताछ में पवन ने बताया पटना : अगमकुआं थाने के कांटी फैक्टरी रोड से पकड़े गये पवन, विपिन व नवनीत का ‘गुरू’ अतुल रंजन सिन्हा है. नालंदा के नूरसराय के अजनौरा का रहनेवाला अतुल ही बीएसएससी में सेटिंग […]
सचिव के इशारे पर सेटरों को मिला प्रश्नपत्र
बीएसएससी पेपर लीक : नालंदा का अतुल है मास्टरमाइंड, पूछताछ में पवन ने बताया
पटना : अगमकुआं थाने के कांटी फैक्टरी रोड से पकड़े गये पवन, विपिन व नवनीत का ‘गुरू’ अतुल रंजन सिन्हा है. नालंदा के नूरसराय के अजनौरा का रहनेवाला अतुल ही बीएसएससी में सेटिंग का मास्टरमाइंड है. अतुल के साथ ही गोरेलाल उर्फ कौशिक और भोला उर्फ नितेश को भी पुलिस तलाश रही है. ये दोनों भी सेटिंग में पवन व अतुल के साथ थे. अतुल ने ही बीएसएससी के डाटा एंट्री ऑपरेटर अविनाश से पवन की जान-पहचान करायी थी. इसके बाद अविनाश के माध्यम से ही पवन सचिव परमेश्वर राम के पास पहुंचा था.
पवन ने पूछताछ में बताया है कि सचिव के माध्यम से ही हमलोगों को प्रश्नपत्र मिलता था और उसमें अविनाश की अहम भूमिका रहती थी. अतुल के पकड़े जाने के बाद बीएसएससी पेपर लीक के कई और भी राज खुल सकते हैं और कई और भी के नाम सामने आ सकते हैं. सूत्रों के अनुसार अतुल के इशारे पर ही पवन सेटिंग में जुटा था. अतुल व पवन एक साथ ही कांटी फैक्टरी रोड में एक ही मकान में कई साल से रहते थे. पवन का कनेक्शन बीएसएससी के डाटा इंट्री ऑपरेटर अविनाश के साथ था और अतुल का संपर्क बेऊर के रैंडम क्लासेज के संचालक रामेश्वर कुमार से था. इनकी तैयारी थी कि प्रश्नपत्र उनलोगों के पास पहुंचे. लेकिन, इसके पूर्व ही पटना पुलिस ने छापेमारी कर पवन, विपिन व नवनीत को पकड़ लिया, लेकिन अतुल, गोरेलाल व भोला फरार हो गये. पुलिस की टीम जब उसके नूरसराय स्थित घर पर पहुंची, पर वह नहीं मिला. परिजनाें ने बताया कि वह छह माह से घर आया ही नहीं है. अगमकुआं थाने में दर्ज प्राथमिकी में ये तीनों भी नामजद हैं.
अतुल को मिल चुके थे प्रश्नपत्र व आंसर
सूत्रों के अनुसार अतुल ने कांटी फैक्टरी रोड समेत कई जगहों पर कंट्रोल रूम बना रखा था और उसका संपर्क पटना समेत कई जिलों के सेटरों से भी था. एसआइटी यह संभावना जता रही है कि फरार होने केबाद अतुल अपनी योजना में सफल रहा और प्रश्नों के आंसर वायरल हो गये.
मोबाइलों का बदल रखा था आइएमइआइ नंबर
पुलिस का अनुसंधान धीरे-धीरे बढ़ता जा रहा है और एक के बाद एक खुलासे हो रहे है. पटना पुलिस की टीम ने कांटी फैक्ट्री रोड में छापेमारी कर सेटरों के पास से अाधा दर्जन मोबाइल व एक लैपटॉप बरामद किये गये थे. इस गिरोह ने पुलिस से बचने के लिए अपने-अपने मोबाइल का आइएमइआइ नंबर बदलवा लिया था. पुलिस ने जब मोबाइल के आइएमइआइ नंबर की खोज की तो सभी के नंबर के कागजात उखड़े हुए थे और उसमें छेड़छाड़ की गयी थी.
17 साल से फरार परमेश्वर को वारंट तामील करायेगी पुलिस, रिमांड पर लिये जायेंगे
बेतिया. पेपर लीक मामले में गिरफ्तार बिहार कर्मचारी चयन आयोग (बीएसएससी) के सचिव परमेश्वर राम की मुश्किलें और बढ़ने वाली हैं. पश्चिमी चंपारण जिले के मैनाटांड थाने में दर्ज एक मामले में 17 साल से उनके फरार होने की खबर मंगलवार को प्रभात खबर में प्रकाशित होने के बाद बेतिया पुलिस सक्रिय हुई है.
इस मामले कोर्ट की ओर से जारी वारंट तामील कराने की कार्रवाई शुरू कर दी गयी है. बेतिया पुलिस इसके लिए पटना जाने की तैयारी में है. इसके अलावा बेतिया पुलिस परमेश्वर राम को रिमांड पर लेने की भी तैयारी कर दी है. बेतिया के एसपी विनय कुमार ने इस मामले में तत्काल विधिसम्मत कार्रवाई करने का निर्देश जारी किया है.
मैनाटांड थाने में वहां तत्कालीन सीओ परमेश्वर राम के खिलाफ 1998 में प्राथमिकी हुई थी. वहां के पूर्व सरपंच शिवाजी आर्य ने रजिस्ट्री जमीन का गलत ढंग से बासगीत परचा काटने का यह मामला दर्ज कराया था. मामले में पुलिस की ओर से चार्जशीट दाखिल की जा चुकी है.
कोर्ट से वारंट जारी है. लेकिन, बेतिया पुलिस उन्हें 17 साल से फरार मान चुकी है. अब मामला उजागर होने के बाद पुलिस सक्रिय हुई है. परमेश्वर राम के खिलाफ दर्ज मामलों की फाइलें खुलनी शुरू हो गयी हैं. एएसपी अभियान राजेश कुमार ने बताया कि मैनाटांड में दर्ज मामले में कोर्ट की ओर से वारंट जारी होने की सूचना है. वारंट का तामिला की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. मामले में रिमांड लिया जायेगा. वहीं, भंगहा थाने में दर्ज दोनों मामले अनुसंधान में गलत पाये जाने पर पुलिस ने इसमें फाइनल रिपोर्ट लगा दी थी.
बेतिया पुलिस की कार्यशैली सवालों के घेरे में
आम आरोपितों पर सख्ती करनेवाली जिले की पुलिस परमेश्वर राम के मामले में बेहद ही उदासीन थी. कोर्ट की ओर से जारी वारंट तक का तामिला नहीं कराया गया था. पुलिस रेकॉर्ड में वह 17 साल से फरार थे. गिरफ्तारी तक नहीं की गयी. इसके अलावा भंगहा थाने में दर्ज दोनों मामलों को पुलिस ने अनुसंधान कर गलत करार दे दिया. इस मामले में पुलिस की ओर से फाइनल रिपोर्ट लगा दी गयी थी. लिहाजा मामले में बेतिया पुलिस की कार्यशैली सवालों के घेरे में है. बेतिया के एसपी िवनय कुमार ने बताया िक मुझे मीडिया के माध्यम से मामले की जानकारी हुई है. यदि ऐसा है, तो इस मामले में जो भी विधिसम्मत प्रक्रिया है, वह होगी. पुलिस को इस संदर्भ में निर्देशित कर दिया गया है.
एसआइटी ने ली जानकारी
परमेश्वर राम के खिलाफ 17 साल पुराना मामला सामने आने के बाद पेपर लीक मामले में गठित एसआइटी ने बेतिया पुलिस से पूरे मामले की जानकारी ली है. सूत्रों के मुताबिक, एसएसपी मनु महाराज ने मैनाटांड थाने में फोन पर इसकी जानकारी ली है.
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