अगर ऐसा होता तो सामाजिक अंकेक्षण की रिपोर्ट के अनुसार वैसे इस्तीफा देने वालों पर भी कार्रवाई की जायेगी. डीडीसी ने कहा कि प्रखंडों में सामाजिक अंकेक्षण चल रहा है जिसमें पदाधिकारियों की व्यस्तता के कारण 19 फरवरी केे बाद मनरेगा का कार्य के रफ्तार पकड़ने की उम्मीद है. डीडीसी ने बताया कि जॉब कार्ड की कमी के कारण जॉब कार्ड निर्गत करेन में दिक्कत आ रही है, जिसके छप जाने पर दिक्कत दूर हो जायेगी.
Advertisement
तीन दिनों में 5500 मजदूर हो गये कम
जमशेदपुर: उप विकास आयुक्त सूरज कुमार ने बताया कि मुसाबनी, बहरागोड़ा, गुड़ाबांधा, चाकुलिया समेत छह प्रखंडों में रोजगार सेवकों के इस्तीफा देने के कारण तीन दिनों में साढ़े पांच हजार मजदूर कम हो गये हैं. पूर्व में रोजाना 15 हजार सात सौ मजदूर मनरेगा काम में आ रहे थे, जो सोमवार को घट कर 10 […]
जमशेदपुर: उप विकास आयुक्त सूरज कुमार ने बताया कि मुसाबनी, बहरागोड़ा, गुड़ाबांधा, चाकुलिया समेत छह प्रखंडों में रोजगार सेवकों के इस्तीफा देने के कारण तीन दिनों में साढ़े पांच हजार मजदूर कम हो गये हैं. पूर्व में रोजाना 15 हजार सात सौ मजदूर मनरेगा काम में आ रहे थे, जो सोमवार को घट कर 10 हजार तीन सौ (कार्य स्थल भी लगभग 19 सौ से घट कर 1503 पर आ गया) पर आ गया है. डीडीसी ने बताया कि इस्तीफा देने वाले रोजगार सेवक कुछ-कुछ की संख्या में वापस काम पर लौटने लगे हैं.
साथ ही संबंधित प्रखंड के बीडीअो को मंगलवार तक फाइनल प्रस्ताव भेजने का निर्देश दिया गया है कि कौन काम पर लौटे हैं अौर कौन काम पर नहीं लौटे हैं. इसके बाद नये सिरे से रोजगार सेवकों की नियुक्ति शुरू कर दी जायेगी. डीडीसी ने कहा कि सभी प्रखंडों में मनरेगा का सामाजिक अंकेक्षण चल रहा है अौर यह देखना होगा कि सामाजिक अंकेक्षण में कहीं इस्तीफा देने अौर काम पर नहीं लौटने वाले रोजगार सेवकों के काम में त्रुटी, पैसा वापसी या एफआइआर की तो बात सामने नहीं आयी है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement