बच्चों के रोने की आवाज सुन कर मृतक सिंगराम के पिता लासो हेम्ब्रम और बड़े भाई राजू हेम्ब्रम ने दरवाजा तोड़ कर घायल दोनों बच्चों को बाहर निकाला. घटना के बाद पिंकी और समीर बेहोश हो गये थे. दोनों को इलाज के लिए एमजीएम अस्पताल में भरती कराया गया है. समीर के गाल और शरीर के कुछ हिस्साें में जख्म के निशान हैं, जबकि पिंकी का बायां हाथ टूट गया है. पहले दोनों घायल का इलाज राजनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कराया गया, जिसके बाद एमजीएम अस्पताल भेज दिया गया.
ऐसा माना जा रहा है कि बीती रात भी सिंगराम को पागलपन का दौरा पड़ा, इस दौरान उसने घटना को अंजाम दिया. सूचना पाकर मौके पर पुलिस पहुंची चारों के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. घटना के बाद काफी संख्या में लोगों की भीड़ मौके पर पहुंची. वहीं, मामले में पुलिस ने केस दर्ज कर हत्या में प्रयुक्त हसुवा जब्त कर लिया है.