लखनऊ. उत्तरप्रदेश की मेरठ साउथ विधानसभा सीट पर मतदान कल शनिवार को हाेगा. इस मतदान में उस थप्पड़ का भी हिसाब होना है, जिसकी गूंज छह साल बाद इस चुनाव में सुनी जा रही है. जिसने थप्पड़ मारा और जिसके गाल पर चोट पड़ी, दोनों इस चुनाव में आमने-सामने हैं. फर्क बस इतना है कि एक पहले भी विधायक रह चुके हैं और दूसरा उनकी विधायकी में पलीता लगाना चाहता है. एक सम्मान बचाने में लगा है और दूसरा अपमान का बदला लेने को बेताब है. बात मेरठ के सरधना के पूर्व विधायक हाजी याकू कुरैशी और यूपी पुलिस के पूर्व कांस्टेबल चहन सिंह की हो रही है. कुरैशी इस बार भी बसपा के उम्मीदवार हैं. वहीं, सिंह को शिव सेना ने टिकट दिया. दोनों मेरठ साउथ सीट से उम्मीदवार हैं.
दरअसल, कुरैशी और चहन सिंह छह साल पहले सामने-सामने हो चुके थे. तब कुरैशी विधायक थे और चहन सिंह यूपी पुलिस के हेड कांस्टेबल. 10 फरवरी का दिन था. विधायक कुरैशी अपने काफिले के जिस रूट से गुजरना चाह रहे थे, उस रूट पर एक जुलूस आने वाला था. चहन सिंह ड्यूटी पर थे. उन्होंने विधायक के काफिले को राेक दिया और उसकी दिशा बदलने की कोशिश की. एक हेड कांस्टेबल की इस कोशिश ने विधायक कुरैशी को तैश दिला दी और उन्होंने सरेआम उसे थप्पड़ जड़ दिया. उसकी बर्दी भी फाड़ दी. विधायक कुरैशी के इस व्यवहार पर खूब शोर-शराबा हुआ, मगर अंतत: भारी वही पड़े. उनके खिलाफ न तो कोई मुकदमा दर्ज हुआ, न कोई कार्रवाई हुई. चहन सिंह पर दबाव बनाया गया है और दोनों के बीच समझौता करा दिया गया, मगर चहन सिंह अपने उस अपमान को भूल नहीं सके. इस बीच वह रिटायर्ड हो गये और छह साल बाद विधानसभा का यह चुनाव आ गया.
चहन सिंह ने अपना अपमान का बदला लेने के लिए लोकतांत्रिक शक्ति का इस्तेमाल करने का फैसला किया और कुरैशी के खिलाफ चुनाव मैदान में उतर गये. चहन सिंह कहते हैं कि उनकी कोशिश बस इतनी है कि कुरैशी इस बार विधायक न बन सकें.
विवादों से पुराना रिश्ता रहा है याकू कुरैशी का
हाजी याकू कुरैशी का विवादों से पुराना रिश्ता रहा है. वह पहले सरधना से विधायक थे. इस बार मेरठ साउथ सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. 2006 में वह तब चर्चा में आये थे, जब उन्होंने मोहम्मद पैगंबर का कार्टून बनाने वाले दानिश कार्टूनिस्ट को लेकर विवादित बयान दिया था. उन्होंने दानिश कार्टूनिस्ट का सर काट कर लाने वाले को 51 करोड़ रुपये का इनाम देने का ऐलान किया था.