चिमनी व्यवसायी हत्याकांड. अशोक के बयान से खुलासा
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जदयू विधायक के भाई के सामने ली थी सुपारी
चिमनी व्यवसायी हत्याकांड. अशोक के बयान से खुलासा दुर्गापूजा के बाद सिंघिया घाट चौक पर राम सिंह की दुकान में हुई डीलिंग छठ पूजा के बाद विधायक के भाई के सामने कमल ने एक लाख रुपये दिये थे एडवांस चार दिसंबर को फिर कमल ने दिया 50 हजार, डेढ़ लाख रुपये काम होने के बाद […]
दुर्गापूजा के बाद सिंघिया घाट चौक पर राम सिंह की दुकान में हुई डीलिंग
छठ पूजा के बाद विधायक के भाई के सामने कमल ने एक लाख रुपये दिये थे एडवांस
चार दिसंबर को फिर कमल ने दिया 50 हजार, डेढ़ लाख रुपये काम होने के बाद देने का हुआ तय
समस्तीपुर : जिले के बहुचर्चित चिमनी व्यवसायी सह पत्रकार ब्रजकिशोर ब्रजेश हत्याकांड में विभूतिपुर के जदयू विधायक रामबालक सिंह के भाई मास्टर लाल बाबू सिंह का नाम आखिरकार जुड़ ही गया. विधायक के भाई का नाम हत्याकांड में गिरफ्तार अपराधी अशोक कुमार महतो ने अपने स्वीकारोक्ति बयान में लिया है.
अपराधी के बयान को पुलिस ने हाल ही में रोसड़ा न्यायालय में समर्पित किया है. इसमें विधायक के भाई के सामने हत्या के लिए सुपारी के अलावा अपराधियों को एडवांस एक लाख रुपये देने की बात कही गयी है. माना जा रहा है कि अपराधी के इस बयान के बाद चिमनी व्यवसायी हत्याकांड में कभी भी विधायक के भाई की गिरफ्तारी हो सकती है.
हत्याकांड में विधायक के भाई लाल बाबू सिंह को प्राथमिकी अभियुक्त भी बनाया गया था. स्वीकारोक्ति बयान में अशोक कुमार महतो ने कहा है कि दुर्गा पूजा के बाद कमल किशोर कमल उसे बुलाकर सिंघियाघाट स्थित राम सिंह की चाय दुकान पर ले गये थे. जहां पहले से विधायक रामबालक सिंह के छोटे भाई मास्टर साहेब लाल बाबू सिंह बैठे हुए थे. जहां विधायक के भाई व कमल जी बोले की भाई के कारण तीन सालों से चिमनी बंद पड़ा है. उसे मरवाना है. वहीं पर तीन लाख रुपये में हत्या की डिलिंग हुई. बयान के अनुसार अशोक ने उक्त दोनों को बताया कि काम छठ पूजा के बाद होगा. सौदा तय होने के बाद अशोक बनारस चला गया.
इस दौरान अशोक गोपालपुर जाकर अपराधी रजनीश कुमार उर्फ फंटूश पासवान से डेढ़ लाख रुपये में ब्रजेश की हत्या का सौदा किया. बता दें कि तीन जनवरी की शाम अपराधियों ने विभूतिपुर थाने के सलखन्ननी गांव में चिमनी व्यवसायी सह पत्रकार ब्रजकिशोर ब्रजेश की गोली मार कर हत्या कर दी थी.
विधायक के भाई के सामने लिया था एक लाख : स्वीकारोक्ति बयान में अशोक ने कहा है कि छठ पूजा के बाद वह बनारस से लौटा तो सिंघियाघाट चौक पर ही मास्टर साहेब के सामने कमल किशोर ने एक लाख रुपये दिया. टोकने पर उसने कहा कि बांकी पैसा बैंक से निकाल कर देगा. चार दिसंबर को उसने 50 हजार और रुपये दिये और बांकी डेढ़ लाख रुपये काम होने के बाद देने का वायदा किया.
कमल ने दिखाया था चिमनी व घर
बयान में अशोक ने कहा है कि 27 दिसंबर को अशोक फंटूस व शंभू के साथ सिंघियाघाट चौक पर आया. जहां कमलजी ने अपनी बाइक पर शंभू को बैठाकर ब्रजेश का घर व चिमनी दिखाया. इस दौरान अशोक व फंटूश सिंघियाघाट चौक पर ही रहा. हुलिया लेने के बाद तीन जनवरी को सबों ने घटना को अंजाम दिया.
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