नयी दिल्ली : दूरंसचार विवाद निपटान एवं अपीलीय न्यायाधिकरण (टीडीसैट) ने रिलायंस जियो की मुफ्त पेशकश पर भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) से स्पष्टीकरण मांगा है. टीडीसैट ने ट्राई से पूछा है कि क्या जियो ने अपनी दो मुफ्त पेशकश वेलकम ऑफर और हैपी न्यू ईयर ऑफर के बारे में नियामक और ग्राहकों को यह सूचना दी थी कि दोनों योजनाओं में अंतर है. टीडीसैट की ओर से ट्राई को विभिन्न मुद्दों पर स्पष्टीकरण देने के लिए 15 फरवरी तक का समय दिया गया है.
टीडीसैट ने पूछा है कि क्या सेवाप्रदाता ने ट्राई को यह सूचित किया कि ‘हैपी न्यू ईयर’ पेशकश ‘पहली यानी वेलकम’ पेशकश से भिन्न है. क्या इसके बारे में ट्राई के प्रावधानों के अनुरूप ब्योरा दिया गया है. टीडीसैट ने ट्राई से यह भी पूछा है कि क्या दोनों पेशकशों के प्रावधान तथा उनका क्रियान्वयन दूरसंचार शुल्क आदेश तथा दूरसंचार उपभोक्ता संरक्षण नियमन के अनुरूप हुआ है. ट्राई से यह भी स्पष्ट करने को कहा गया है कि क्या रिलायंस जियो ने अपने ग्राहकों को यह सूचना दी थी कि दोनों पेशकशों में भिन्नता है और क्या इसके लिए ग्राहकों की अनुमति ली गयी थी.
इसके अलावा यह भी पूछा गया है कि क्या इन पेशकशों में दर योजना, विशेष दर वाउचर या कुछ और था. टीडीसैट ने इस मामले की सुनवाई की अगली तारीख 20 फरवरी तय की है. पिछले सप्ताह ट्राई ने इस मामले में जियो को क्लीन चिट देते हुए कहा था कि उसकी मोबाइल सेवाओं पर मुफ्त कॉलिंग तथा डाटा प्लान प्रचार की पेशकशों के लिए नियामकीय दिशा-निर्देशों का उल्लंघन नहीं है.
पुरानी कंपनियों की वजह से देश में मोबाइल सेवाएं हुईं महंगी : जियो
उधर, दूरसंचार कंपनी रिलायंस जियो ने देश में महंगी मोबाइल सेवाओं के लिए पुरानी दूरसंचार कंपनियों को जिम्मेदार बताया है. जियो व एयरटेल के बीच जारी विवाद व जुबानी जंग के बीच जियो के प्रवक्ता ने एक बयान में दावा किया है कि पुरानी दूरसंचार कंपनियां, ग्राहकों से अधिक शुल्क वसूल रही हैं. मुकेश अंबानी की अगुवाई वाली जियो ने एयरटेल पर पलटवार करते हुए कहा है कि जियो पर नि:शुल्क सेवा देने का इल्जाम लगाकर एयरटेल मुख्य मुद्दे से ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है.
जियो ने सीसीआई में की है शिकायत
कंपनी के एक प्रवक्ता ने बयान में कहा है कि एयरटेल ने भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) में शिकायत की है कि रिलायंस जियो अपनी सेवाओं की मुफ्त पेशकश से दूरसंचार क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा समाप्त करने की कोशिश कर रही है. बयान में जियो ने इस आरोप का खंडन करते हुए कहा है कि ‘उसके पास अत्याधुनिक आईपी आधारित प्रौद्योगिकी है, जिस कारण वह अपने ग्राहकों को नि:शुल्क वायस काल सुविधा दे पा रही है. कंपनी के अनुसार, रिलायंस जियो अपनी अत्याधुनिक व नई प्रौद्योगिकी का फायदा निम्न शुल्क दरों के रूप में ग्राहकों का देना चाहती है, लेकिन पुरानी कंपनियां उसे रोकने के लिए जुटी हैं.
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