शनिवार को महानगर स्थित कार्यालय में संवाददाताओं से उन्होंने कहा कि उनकी यूनियन की ओर से राज्य के परिवहन मंत्री से दो बार मुलाकात कर किराया बढ़ाने की मांग की जा चुकी है. उन्होंने सभी टैक्सी यूनियनों को बुला कर बैठक करने का आश्वासन भी दिया था, लेकिन अब तक परिवहन मंत्री ने कोई बैठक नहीं बुलायी है.
इसके साथ ही यूनियन की ओर से उन्हें कई बार पत्र भी दिया गया, लेकिन उसका जवाब भी हमें नहीं मिला. अब अपनी मांगों को लेकर कलकत्ता टैक्सी ऑपरेटर्स यूनियन ने आंदोलन करने का फैसला किया है. 27 फरवरी को यूनियन द्वारा महानगर स्थित परिवहन भवन के सामने विरोध प्रदर्शन किया जायेगा. इसके बाद भी राज्य सरकार उनकी मांगों को पूरा नहीं करती है, तो मार्च के प्रथम सप्ताह में यूनियन द्वारा सांकेतिक हड़ताल की जायेगी. उन्होंने इस आंदोलन के लिए सभी टैक्सी यूनियनों को एक साथ खड़े होने की अपील की. उन्होंने कहा कि वह स्वयं सभी टैक्सी यूनियनों को पत्र देकर 27 फरवरी के धरना-प्रदर्शन में शामिल होने का आह्वान करेंगे. यह किसी की व्यक्तिगत लड़ाई नहीं है, बल्कि टैक्सी उद्योग व चालकों के हित की लड़ाई है. इस मौके पर यूनियन के अध्यक्ष एकराम खान, उपाध्यक्ष मोहम्मद मुश्ताक, उपाध्यक्ष प्रदीप पाठक, संयुक्त सचिव मुकेश तिवारी व अन्य नेता उपस्थित थे.