चेन्नई : तकरीबन तीन दशक तक जयललिता के बेहद करीब रहीं वी के शशिकला को आज अन्नाद्रमुक विधायक दल ने अपना नेता चुन लिया और इस तरह उनका तमिलनाडु की मुख्यमंत्री बनने का मार्ग प्रशस्त हो गया. शशिकला एक माह पहले पार्टी की महासचिव बनी थीं.
शशिकला के मंगलवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने की उम्मीद है. वह दो माह के भीतर राज्य की तीसरी मुख्यमंत्री होंगी. मुख्यमंत्री पनीरसेल्वम ने यहां पार्टी मुख्यालय में पार्टी विधायकों की बैठक में अन्नाद्रमुक विधायक दल के नेता पद के लिये शशिकला के नाम का प्रस्ताव रखा और विधायकों ने सर्वसम्मति से इस पर मुहर लगा दी जिसके साथ ही उनके पनीरसेल्वम से शासन की बागडोर संभालने का मार्ग प्रशस्त हो गया. ‘चिन्नम्मा’ शशिकला ज्यों ही पार्टी मुख्यालय पहुंची पनीरसेल्वम और वरिष्ठ पार्टी नेताओं ने उनका स्वागत किया.
तेजी से बदलते घटनाक्रम में आज की बैठक से पहले पनीरसेल्वम शशिकला से मिलने पोएस गार्डन गये.शशिकला ने नेता चुने जाने पर अपने भाषण में विधायकों से कहा, ‘‘जयललिता की मृत्यु के बाद सबसे पहले पनीरसेल्वम ने ही मुझे मुख्यमंत्री और महासचिव बनने के लिये राजी किया।’ उन्होंने कहा कि इस घटनाक्रम से हमारे राजनीतिक विरोधियों की यह उम्मीद चकनाचूर हो गयी कि अम्मा :जयललिता : की मृत्यु के बाद पार्टी में दरार आ जायेगी.
शशिकला ने पेनीरसेल्वम की प्रशंसा करते हुए कहा, ‘‘जब भी पार्टी कठिन वक्त से गुजरी और जब कभी भी अम्मा के मुख्यमंत्री बनने में दिक्कतें आयी तब हमारे प्यारे भाई पनीरसेल्वम ही थे जो वफादार बने रहे. ‘ शशिकला ने कहा कि अन्नाद्रमुक तमिलनाडु के लोगों के कल्याण के लिये काम करती रहेगी. शशिकला ने 31 दिसम्बर को अन्नाद्रमुक के महासचिव का पद का भार संभाला था. शशिकला जयललिता की विरासत को आगे बढा रही हैं जो दोनों पदों के साथ सरकार और पार्टी पर पूरा नियंत्रण रखती थीं.