नयी दिल्ली : अरुण जेटली द्वारा बुधवार को सदन में वर्ष 2017-18 का बजट पेश किया गया जिसपर मिली-जुली प्रतिक्रिया मिल रहा है. बजट में कोई दृष्टिकोण और सोच नहीं होने की बात कहते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने इस बात पर जोर दिया कि सरकार ने इस बजट में किसानों और युवाओं के रोजगार के लिए कुछ नहीं किया है.उन्होंने कहा कि यह शेरो शायरी का बजट है जिसमें किसानों के लिए कुछ नहीं है.
लोकसभा में बजट पेश किये जाने के बाद राहुल ने संसद परिसर में संवाददाताओं से कहा, ‘‘केवल शेर-शायरी वाला बजट है. बजट में किसानों के लिए और युवाओं के रोजगार के लिए कुछ नहीं है. कोई स्पष्ट दृष्टिकोण और सोच नहीं है.’ उन्होंने कहा, ‘‘हम जोरदार आतिशबाजी की उम्मीद कर रहे थे लेकिन यह फुस्सी बम निकला.’ कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि बजट में बुनियादी तौर पर कुछ नहीं किया गया है.
उन्होंने कहा कि देश में युवाओं के लिए रोजगार सबसे बडी समस्या है. सरकार इसे कैसे हल करेगी? इस मोर्चे पर बजट में कुछ भी नहीं किया गया है. हालांकि आयकर सीमा और राजनीतिक चंदे को लेकर बजट में किये गये प्रस्ताव का उन्होंने समर्थन किया.
राहुल ने कहा, ‘‘राजनीतिक चंदे को पारदर्शी बनाने के लिए जो भी कदम उठाये जा रहे हैं, हम उनका समर्थन करेंगे.’ उन्होंने रोजगार सृजन के संबंध में कहा, ‘‘प्रधानमंत्री ने पिछले साल अपने भाषण में युवाओं के लिए दो करोड नौकरियां देने का वादा किया था.’
उन्होंने कहा, ‘‘बजट में गरीबों, बेरोजगारों और किसानों के लिए कुछ नहीं है. यह शर्मनाक है. किसान संकट का सामना कर रहे हैं और उनके कर्ज में छूट की जरुरत है. इस बारे में बजट में कुछ भी नहीं है. ये बुनियादी मुद्दे हैं.’ रेल बजट पर कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा, ‘‘मोदी ने बुलेट ट्रेन का वादा किया था. अब बुलेट ट्रेन कहां है? रेलवे की बुनियादी समस्या सुरक्षा की है.’