लंदन : ब्रिटेन में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सात मुस्लिम बहुल देशों के लोगों पर आव्रजन प्रतिबंध लगाने और प्रधानमंत्री टेरीजा मे के ट्रंप के ब्रिटेन की आधिकारी राजकीय यात्रा का निमंत्रण वापस लेने से इनकार करने के खिलाफ सडकों पर हजारों लोगों ने प्रदर्शन किया.
प्रदर्शनकारियों ने ट्रंप की राजकीय यात्रा का निमंत्रण वापस ना लेने के लिए ‘ट्रंप मुर्दाबाद’ और ‘शर्म करो मे’ के नारे लगाए. लंदन में कल रात डाउनिंग स्टरीट के बाहर विरोध प्रदर्शनकारियों की भीड जमा हो गयी और एडिनबर्ग, लीवरपुल, शेफिल्ड, न्यूकैसल, मानचेस्टर, ब्रिघटन, बर्मिंघम एवं लीड्स जैसे दूसरे शहरों में भी इसी तरह के प्रदर्शन हुए.
भारतीय मूल की ‘शैडो’ एटार्नी जनरल शमी चक्रवर्ती ने लंदन में एक कार्यक्रम में कहा, ‘‘हम दुख एवं एकजुटता के साथ आज शाम यहां जमा हुए हैं. दोस्तों मुझे साथ ही उम्मीद है कि हम यहां दुनिया की सभी महिलाओं के साथ एकजुटता दिखाने के लिए खडे हैं जिनका राष्ट्रपति ने अपमान किया है, उन सभी हताश शरणार्थियों के लिए खडे हैं जिन्हें ट्रम्प प्रवेश करने से रोक रहे हैं.’ ब्रिटेन की शैडो गृह मंत्री डियेन एबट ने लोगों से कहा कि वह वहां लेबर पार्टी के नेता जेरेमी कोर्बिन की ओर से आयी हैं.
इसी बीच ब्रिटिश सांसदों ने आज संसद का निचली सदन हाउस ऑफ कामंस में अमेरिका के वीजा संबंधी कार्यकारी आदेश को लेकर एक आपात बैठक की. विदेश मंत्री बोरिस जॉनसन ने सदन में कहा कि आम सिद्धांत है कि ब्रिटेन का पासपोर्ट रखने वाले सभी लोगों को अमेरिकी की यात्रा करने की मंजूरी होगी. अमेरिकी दूतावास ने यह आश्वासन दिया है. ऐसी आशंकाएं थीं कि प्रतिबंधित सात देशों की दोहरी नागरिकता रखने वाले ब्रिटिश नागरिकों के भी अमेरिका में प्रवेश पर रोक लग सकती है.