II उर्मिला कोरी II
फिल्म: काबिल
निर्माता: राकेश रोशन
निर्देशक: संजय गुप्ता
कलाकार: रितिक रोशन ,यामी गौतम,रोनित रॉय ,रोहित रॉय और अन्य
रेटिंग: ढाई
निर्माता राकेश रोशन और रितिक रोशन की जोड़ी रुपहले परदे पर फिल्म ‘काबिल’ से लौट आयी है. इस बार निर्देशन की जिम्मेदारी राकेश ने नहीं संजय गुप्ता को यह जिम्मेदारी दी है. ‘काबिल’ की कहानी हिंदी सिनेमा के प्रचलित फार्मूला बदले की कहानी पर आधारित है.
फिल्म की कहानी नायक रोहन (रितिक रोशन) और सुप्रिया (यामी गौतम) की है. दोनों देख नहीं सकते हैं लेकिन दोनों अपनी दुनिया में खुश है. दोनों का साथ एक दूसरे की ज़िन्दगी को और खुशनुमा बना देता है लेकिन उनकी खुशी को नज़र लग जाती है.
सुप्रिया आत्महत्या कर लेती है. सुप्रिया को आत्महत्या करने के लिए मजबूर किया जाता है शहर का काउंसिलर और उसका भाई अमित इसके लिए जिम्मेदार है. पुलिस भी उनके हाथों की कठपुतली है. जिसके बाद रोहन खुद बदला लेने निकल पड़ता है.
फिल्म की कहानी में यूँ तो नयापन नहीं है लेकिन एक अँधा आदमी किस तरह से अपने बदले को पूरा करेगा यह बात फिल्म को लेकर उत्सुकता को ज़रूर बढ़ा देती है कि आखिर रसूख और अपराधी प्रवृति के उन गुनहगारों को रोहन किस तरह से उनके किए की सजा देगा.
फिल्म का सेकंड हाफ बदले की इसी पृष्ठभूमि पर पूरी तरह से रचा बसा है. फर्स्ट हाफ में रितिक और यामी के प्यार पर फोकस करता है. काबिल की हाईलाइट ऋतिक रोशन की शानदार परफॉर्मेंस है. रितिक अपने किरदार की कमज़ोरी और खूबियों दोनों को बखूबी सीन दर सीन सामने लेकर आते हैं.
यामी की परफॉर्मेंस उनके रोल के हिसाब से फिट रही. यामी गौतम परदे पर खूबसूरत दिखती हैं. रोनित रॉय अभिनेता के तौर पर अपनी छाप छोड़ने में कामयाब रहे है. रोहित भी अपनी भूमिका में जमे हैंफिल्म का गीत संगीत औसत है.
फिल्म के संवाद खास बन पड़े हैं. एक्शन भी अच्छा है. कुलमिलाकर ‘काबिल’ कुछ खामियों के बावजूद आपको बांधे रखती है.