गया: शहर को हाइटेक बनाने की दिशा में नगर निगम अपनी क्षमता के अनुरूप कदम बढ़ा रहा है. शहर में शौचालय की परेशानी को देखते हुए 30 जगहों पर बायो व छह जगहों पर इ-टॉयलेट लगाने का काम शुरू किया गया है. निगम क्षेत्र में पहले से बने शौचालयों की स्थिति दयनीय है. इसमें कई बंद हो गये हैं. जो किसी तरह से चालू है, उनमें गंदगी की भरमार हैं. पुराने शौचालयों के कारण प्रदूषण भी फैल रहा है. इनका पाइप सीधे नाले में गिरा दिया गया है.
बोर्ड की बैठक में पुराने शौचालयों को हटाने की मांग कई बार पार्षदों ने की है. निगम बोर्ड में प्रस्ताव पारित कर शहर में बायो व इ-टॉयलेट लगाने का निर्णय लिया गया. पुराने शौचालयों को हटाये जाने के बाद काफी उपयोगी जमीन निगम के पास आ जायेगी. इस जमीन को निगम की आय बढ़ाने के लिए कई तरह के उपयोग किये जा सकते हैं. निगम क्रय समिति की 10 सितंबर की बैठक में क्लीन इंडिया इंटरप्राइजेज, पटना, से बायो-टॉयलेट व पीएचसी लिमिटेड, नयी दिल्ली से इ-टॉयलेट खरीदने का निर्णय लिया गया था. एक बायो-टॉयलेट की कीमत 5,50,766 रुपये व एक इ-टॉयलेट की कीमत 8,47376 रुपये निर्धारित की गयी है. इसके अनुसार निगम अगर दोनों टॉयलेट 36 जगहों पर लगाता है, तो निगम को 2,16,07236 रुपये खर्च करने होंगे.
जिन जगहों पर लगाया जाना है टॉयलेट
इ-टॉयलेट लगाने के लिए शहरमीरतक्या टीओपी, काशीनाथ मोड़, चांदचौरा, केपी रोड, मेडिकल कॉलेज व चौक टावर का चयन किया गया है. इनमें काशीनाथ मोड़ व शहमीतक्या में टॉयलेट लगाने का काम शुरू हो गया है. बायो-टॉयलेट मौलाना मसजिद गेवालबिगहा, निगम स्टोर, मिर्जा गालिब कॉलेज मोड़, लखनपुरा ट्रांसफॉर्मर के पास, किरण सिनेमा के पास, अक्षयवट रुक्मिणी तालाब के पास, ब्रह्मसत तालाब के पास, घुघरीटांड़ मोड़ पर व विष्णुपद आदि जगहों पर लगाये जायेंगे. सुविधा के अनुसार अन्य जगहों का भी किया जा सकता है. मेडिकल कॉलेज में भी इ व बायो-टॉयलेट लगाने का काम जल्द शुरू किया जाना है. इस संबंध में अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल के अधीक्षक डॉ सुधीर कुमार सिन्हा ने बताया कि नगर आयुक्त को शौचालय लगाने के लिए जगह बता दिया गया है. गायनी डिपार्टमेंट के पास दोनों टॉयलेट लगाने हैं.
लोगों का चाहिए सहयोग
सरकार स्वच्छ भारत मिशन को सफल बनाने के लिए हर स्तर से प्रयास कर रही है. शहर के भीड़-भाड़ वाले जगहों पर लोगों को टॉयलेट नहीं होने के कारण फजीहत उठानी पड़ती है. इसको ध्यान में रखकर निगम ने शहर के मुख्य जगहों पर बायो व इ-टॉयलेट लगाने का निर्णय लिया है. ठेकेदार ने काम शुरू कर दिया है. मेडिकल कॉलेज में दो इ टॉयलेट लगाने का प्रस्ताव दिया गया है. इ-टॉयलेट में दरवाजे पर इस्तेमाल से पहले लोगों को पांच रुपये का सिक्का डालना होगा, तब ही दरवाजा खुल सकेगा. जल्द ही शहर के लोग इस सुविधा का लाभ उठाने लगेंगे.
विजय कुमार, नगर आयुक्त