दरभंगा : यातायात व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए आइजी उमा शंकर सुधांशु एक बार फिर से सख्त नजर आ रहे हैं. सोमवार को मधुबनी जाने के क्रम में आइजी श्री सुधांशु शहर में यातायात व्यवस्था की लचर हालत को संज्ञान लिया है. ट्राफिक व्यवस्था में सुधार के लिए मंगलवार को आईजी ने एसएसपी को लिखे पत्र में मुख्यालय डीएसपी को ट्राफिक का वरीय प्रभार देने को कहा है. मुख्यालय डीएसपी सुबह-शाम ट्राफिक ड्यूटी का निरीक्षण कर एसएसपी को रिपोर्ट सौंपेंगे. उन्होंने शहर में नो इंट्री का सही से पालन होने पर नाराजगी जतायी है. आइजी ने नो इंट्री के सख्ती से पालन करने निर्देश दिए हैं.
वहीं वाहनों पर वीआइपी व इमरजेंसी लाइट के गलत इस्तेमाल, पुलिस व प्रेस लिखे वाहनों की नियमित चेकिंग करने के आदेश दिए हैं. कहा है कि कतिपय लोग अपने वाहनों पर नीले रंग की बत्ती लगाकर नोइंट्री में धड़ल्ले से प्रवेश कर रहे हैं. वहीं वाहनों पर पुलिस लिखकर व इसके निशान के साथ प्रेस लिखे वाहनों का भी गलत इस्तेमाल किये जाने की सूचना है. इस पर भी लगाम लगाने की जरूरत है. आईजी ने ट्राफिक व्यवस्था में सुधार लाने के लिए आमजन और बुद्धिजीवियों से भी सहयोग लेने के सुझाव दिये हैं.
जरूरी प्वाइंट पर डीएपी की हो तैनाती: मधुबनी जाने के क्रम में आइजी ने महत्वपूर्ण प्वाइंट पर होमगार्ड के जवान और आरामदायक प्वाइंट पर डीएपी के जवानों की तैनाती पर नाराजगी जतायी है. एसएसपी को लिखे पत्र में आइजी ने महत्वपूर्ण प्वाइंट पर होमगार्ड के जवानों की तैनाती पर सवाल उठाए हैं. निर्देश दिया है कि आगे से महत्वपूर्ण प्वाइंट पर डीएपी के जवानों की ही तैनाती हो.
लोगों से करें अच्छा व्यवहार: ट्राफिक पुलिस हर वक्त सड़क पर तैनात रहते हैं. ऐसे में आम लोग सीधे-सीधे उन्हें देखते हैं. उनकी हरेक हड़कत पर लोगों की नजर रहती है. इसलिए जरूरी है कि लोगों से इनका व्यवहार अच्छा हो. प्रयास रहे वे लोगों से शिष्टता से पेश आएं. देखा जाता है कि ट्राफिक पुलिस हाथ में प्लास्टिक का मोटा डंडा लेकर ड्यूटी करते हैं. इस पर तुरंत रोक लगाएं.
आइजी ने जांच को ले एसएसपी को दिया आदेश
फर्जी रूप से नाम का इस्तेमाल करना पड़ेगा महंगा
ट्रैफिक के वरीय प्रभार में रहेंगे मुख्यालय डीएसपी
नो इंट्री का सही से पालन करने का निर्देश
इंडिकेटर स्टिक का करें इस्तेमाल : आइजी उमाशंकर सुधांशु ने ट्राफिक ड्यूटी में तैनात पुलिस को अविलंब इंडीकेटर स्टीक आवंटन करने को कहा है. इस डंडे के इस्तेमाल से रात में भी तैनात पुलिस कर्मियों व लोगों को सुविधा होगी.