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नीतीश ने कार्यकर्ताओं से कहा- दारोगा, टीटीई और जेल वार्डन कभी नहीं सुधर सकते
पटना : महागंठबंधन कार्यकर्ताओं को जल्द ही शासन में हिस्सेदारी मिलेगी. राज्य व जिले से लेकर प्रखंड स्तर तक 20 सूत्री कमेटियों का जल्द ही गठन किया जायेगा. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को यह भरोसा कार्यकर्ताओं के दरबार में आये महागंठबंधन के तीनों दलों जदयू, राजद और कांग्रेस के जिलाध्यक्षों को दिया. 1, अणे […]
पटना : महागंठबंधन कार्यकर्ताओं को जल्द ही शासन में हिस्सेदारी मिलेगी. राज्य व जिले से लेकर प्रखंड स्तर तक 20 सूत्री कमेटियों का जल्द ही गठन किया जायेगा. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को यह भरोसा कार्यकर्ताओं के दरबार में आये महागंठबंधन के तीनों दलों जदयू, राजद और कांग्रेस के जिलाध्यक्षों को दिया. 1, अणे मार्ग में आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य स्तर की 20 सूत्री कमेटी में जदयू, राजद व कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष उपाध्यक्ष के रूप में होंगे. वहीं, जिलों में मंत्री अध्यक्ष और तीनों दलों के जिलाध्यक्ष इसके उपाध्यक्ष होंगे.
प्रखंड में संबंधित विधानसभा क्षेत्र से महागंठबंधन के जिस दल का प्रत्याशी विधानसभा चुनाव में खड़ा हुआ होगा, उस दल के अध्यक्ष होंगे और महागंठबंधन के बाकी दोनों दलों के उपाध्यक्ष होंगे. महागंठबंधन सरकार के गठन के बाद पहली बार हुए कार्यकर्ता दरबार में में राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद, जदयू के वरिष्ठ नेता शरद यादव और कांग्रेस के बिहार प्रभारी सीपी जोशी समेत सरकार के सभी मंत्री उपस्थित हुए. महीने के चौथे सोमवार को करीब तीन घंटे तक चले कार्यकर्ता दरबार में मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में महागंठबंधन की सरकार है. यह एकजुट है. कुछ लोगों द्वारा बीच-बीच में भ्रम फैलाने की कोशिश की जाती है, लेकिन उनसे सचेत रहने की जरूरत है. महागंठबंधन की सरकार एक साल पूरे कर चुकी है और पूरे एकता के साथ आगे भी चार साल का सफर पूरा करेगी. यह कार्यकर्ता दरबार महागंठबंधन की एकता का बड़ा उदाहरण है.
हर महीने के चौथे सोमवार को महागंठबंधन के कार्यकर्ताओं का दरबार होगा और वे पूरे मंत्रिमंडल के सामने अपने क्षेत्र की समस्याएं रख सकेंगे. अगली बार से जिलाध्यक्ष अपने साथ दो-दो कार्यकर्ताओं को भी साथ लाएं और जनहित से जुड़ी जो समस्याएं हैं, उन्हें संबंधित विभाग को दे दें. उस पर त्वरित कार्रवाई की जायेगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की तरह जिला व प्रखंडों में भी महागंठबंधन के तीनों दल आपस में समन्वय स्थापित कर काम करें. जब तक समन्वय स्थापित नहीं कर सकेंगे, तब तक बातें मंत्री-मुख्यमंत्री तक नहीं पहुंच पाती हैं. महागंठबंधन के कार्यकर्ताओं ने जब सम्मान देने और भ्रष्टाचार का मामला उठाया, तो मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी को सम्मान मिलेगा.
पंचायत, प्रखंड, जिला से लेकर राज्य स्तर के नेता-कार्यकर्ताओं को सम्मान मिलेगा. भ्रष्टाचार पर उन्होंने चुटकी ली और मजाकिया लहजे रामवृक्ष बेनीपुरी की पंक्तियों को दोहराया, थाना में दारोगा, ट्रेन में टीटीइ और जेल में वार्डन कभी सुधरनेवाला नहीं है. मुख्यमंत्री ने कहा कि भ्रष्टाचार को खत्म करने में हमें लगे रहना होगा. इसमें सुधार के लिए जो भी काम होंगे, सरकार करेगी. कार्यकर्ता दरबार में मंत्रिमंडल कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव, जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह, राजद के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे, कांग्रेस विधायक दल के नेता सदानंद सिंह ने अपने विचार रखे.
ऐसे गठित होंगी 20 सूत्री कमेटियां
राज्य कमेटी में जदयू, राजद व कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष उपाध्यक्ष के रूप में होंगे.
जिला कमेटी में मंत्री अध्यक्ष और तीनों दलों के जिलाध्यक्ष उपाध्यक्ष होंगे
प्रखंड कमेटी में संबंधित विधानसभा क्षेत्र से जिस दल का प्रत्याशी रहा होगा, उस दल के अध्यक्ष होंगे व बाकी दोनों दलों के उपाध्यक्ष होंगे
मानव शृंखला में सहयोग के लिए जताया आभार
सीएम ने महागंठबंधन के कार्यकर्ताओं को नशामुक्ति के समर्थन में बनी सबसे बड़ी मानव शृंखला में सहयोग के लिए धन्यवाद दिया. कहा कि यह बिहार के लिए ऐतिहासिक दिन था. उन्होंने कहा कि सरकार ने जो कार्यक्रम शुरू किये हैं, उन्हें अधिकारी तो जन-जन पहुंचायेंगे ही, कार्यकर्ता भी लोगों को इनसे अवगत कराएं. साथ ही इनकी मॉनीटरिंग करते हुए इन्हें जमीन पर उतारने में सहयोग करें.
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