सफलता . एक माह पूर्व ही 55 ड्रम में बरामद हुआ था 11 हजार किलो महुआ जावा
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अवैध शराब के लिए सुर्खियों में रहा है राघोपुर
सफलता . एक माह पूर्व ही 55 ड्रम में बरामद हुआ था 11 हजार किलो महुआ जावा उत्पाद पुलिस ने किया था आठ भट्ठियों को ध्वस्त हाजीपुर : उत्पाद पुलिस द्वारा राघोपुर दियारा क्षेत्र में सोमवार को देशी शराब की बड़ी खेप पकड़े जाने की यह कोई पहली घटना नहीं है. इससे पहले भी पुलिस […]
उत्पाद पुलिस ने किया था आठ भट्ठियों को ध्वस्त
हाजीपुर : उत्पाद पुलिस द्वारा राघोपुर दियारा क्षेत्र में सोमवार को देशी शराब की बड़ी खेप पकड़े जाने की यह कोई पहली घटना नहीं है. इससे पहले भी पुलिस ने राधोपुर दियारा क्षेत्र में छापेमारी की थी और दर्जनों भट्ठियों को ध्वस्त किया था. दियारा क्षेत्र में तैयार की गयी देशी शराब की राजधानी में विशेष रूप से ज्यादा मांग है. पटना और आसपास के इलाकों में दियारा क्षेत्र की बनी शराब की मांग काफी अधिक होने के कारण ही धंधेबाज देशी शराब बनाते हैं और खुलेआम पटना के आसपास के इलाकों में भेजते हैं. भौगोलिक दृष्टिकोण से तीन तरफ से नदी से घिरा राधोपुर प्रखंड का दियारा क्षेत्र देशी शराब बनाने के लिए सालों से सुर्खियों में रहा है. बीस पंचायतों के इस प्रखंड में एक दर्जन से अधिक पंचायतों मे देशी शराब तैयार की जाती है.
राज्य में एक अप्रैल से देशी शराब की बिक्री पर रोक और पांच अप्रैल से पूर्ण शराबबंदी के बाद भी इस इलाके में देशी शराब तैयार की जा रही है. खासकर नदी किनारे और दियारा क्षेत्र में धंधेबाज धड़ल्ले से शराब बनाते हैं. स्थानीय पुलिस अथवा उत्पाद विभाग की टीम जब भी इन इलाकों में छापेमारी करती है, तो इस क्षेत्र में अवैध शराब बनाने का बड़ा खुलासा होता है. एक माह पूर्व ही 19 दिसंबर को उत्पाद पुलिस ने राघोपुर दियारा क्षेत्र में छापेमारी की थी. उस समय भी छापेमारी टीम ने 55 ड्राम में रखा गया 11 हजार किलो महुआ जावा बरामद किया गया था. आठ भट्ठियों को ध्वस्त कर टीम ने 70 लीटर तैयार देशी शराब भी बरामद की थी. हालांकि उस छापेमारी में भी कोई धंधेबाज गिरफ्तार नहीं हुआ था.
नदी के रास्ते पहुंचायी जाती है बड़ी खेप: राधोपुर दियारा क्षेत्र में तैयार देशी शराब को पटना और आसपास के जिलों में पहुंचाने के लिए नदी के रास्ते का भी धंधेबाज उपयोग करते हैं. इसके लिए नाविकों और मछुआरों को धंधेबाजों द्वारा एक मोटी राशि मुहैया करायी जाती है. खासकर शिवकुमारपुर दियारा में तैयार देशी शराब को नदी के रास्ते पटना के उन घाटों पर धंधेबाज लेकर पहुंचते हैं, जिन घाटों पर लोगों का आना-जाना कम होता है.
दूध के कंटेनर में पहुंचायी जाती है देशी शराब
राधोपुर प्रखंड क्षेत्र से रोजाना सैकड़ों साइकिल सवार दूध के कंटेनर लेकर राजधानी पहुंचते हैं. इसमें कुछ तो दूध कारोबारी होते हैं, लेकिन ज्यादातर कंटेनरों में देशी शराब होती है. आम लोग और पुलिस भी कंटेनर में दूध समझ जांच-पड़ताल नहीं करते हैं और पुलिस को चकमा देकर धंधेबाज बड़ी आसानी से पटना और आसपास के इलाकों में देशी शराब लेकर पहुंच जाते हैं.
कहते हैं उत्पाद अधीक्षक
राघोपुर प्रखंड के सुकुमारपुर और रुस्तमपुर दियारा में देशी शराब बनाये जाने की गुप्त सूचना मिली थी. एसपी राकेश कुमार के निर्देश पर एक टीम का गठन कर सोमवार को छापेमारी की गयी. छापेमारी के दौरान दो भट्ठियों को ध्वस्त किया गया. बीस ड्राम में रखे गये चार हजार किलो महुआ जावा बरामद किया गया है. 50 लीटर तैयार देशी शराब को जब्त किया गया है.
अरविंद कुमार, उत्पाद अधीक्षक
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