सीवान : बिहार की राजनीति में एक दशक में आये बदलाव के नतीजे से सीवान भी अछूता नहीं रहा है. बदलते राजनीतिक हालात को पहली बार सारण प्रमंडल में भाजपा राज्य कार्यसमिति की हो रही बैठक खुद बखुद बयां कर रही है. बाहुबली सांसद के रूप में मो शहाबुद्दीन की जिले की राजनीति में दस्तक देने के बाद हाल यहां तक रहा कि गैर राजद दलों के झंडे तक शहर की सड़कों पर नजर नहीं आते थे.
कभी राजनीति में हार नहीं मानने वाले मो शहाबुद्दीन के राजनीतिक गढ़ में भाजपा कार्य समिति के आयोजन के बहाने मंगल पांडे ने अपनी ताकत दिखने में कामयाबी हासिल की है. पार्टी नेताओं का कहना है कि तीन माह पूर्व प्रदेश नेतृत्व ने यहां सीवान में कार्य समिति की बैठक करने का निर्णय जब लिया, तो इसका कार्यभार मंगल पांडे को दिया गया. उस समय भाजपा की कमान भी प्रदेश में मंगल पांडे के कंधे पर थी.
इसके बाद सांगठनिक निर्णय के तहत अब प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय हैं. ऐसे में बदली हुई जिम्मेवारी में सीवान में प्रदेश कार्यसमिति की बैठक का आयोजन मंगल पांडे के लिए एक बड़ा राजनीतिक कार्यभार रहा. महागंठबंधन के मजबूत राजनीतिक गढ़ में मंगल पांडे ने स्थानीय कार्यकर्ताओं में ऊर्जा भर कर आयोजन को ऐतिहासिक बनाने में सफलता हासिल की है.