जानकारी के मुताबिक कुसुम पुनिया वर्ष 2010 बैच की आइपीएस हैं. बरखास्तगी के वक्त वह भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो में पदस्थापित थीं. इससे पहले वह स्पेशल ब्रांच और जामताड़ा एसपी के पद पर काम कर चुकी थीं.
कुसुम पुनिया ने स्वीमिंग की परीक्षा पास नहीं की थी. इस कारण उनकी प्रशिक्षण अवधि खत्म नहीं हुई थी. नियमानुसार भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारियों को नौकरी ज्वाइन करने के चार साल के भीतर सभी तरह की परीक्षाएं पास करनी होती हैं. तभी उनकी सेवा नियमित की जाती है. नेशनल पुलिस एकेडमी द्वारा बार-बार बुलाये जाने के बाद भी कुसुम पुनिया उपस्थित नहीं हुई थीं. जिसके बाद एकेडमी ने गृह मंत्रालय से बरखास्तगी की अनुशंसा की थी.